प्रखर विशेष । कानपुर के बिकरु में विकास दुबे द्वारा पुलिस कर्मियों का नरसंहार की जाने के बाद एसएसपी कानपुर ने पूरे थाने के कर्मचारियों को लाइन हाजिर कर दिया है, साथ ही 68 पुलिस कर्मियों के खिलाफ जांच बैठा दी गई है। बताया जा रहा है कि थाने के सभी कर्मी विकास दुबे के संपर्क में थे। साथ ही बता दें कि पुलिस के नरसंहार की रात विकास दुबे नरसंहार करने के बाद अपने गांव से साइकिल द्वारा भागा था। उधर थाने में लाइन से नए पुलिसकर्मियों की तैनाती भी कर दी गई है।दहशतगर्द विकास दुबे का कारखास बना पूरा चौबेपुर थाना मंगलवार एसएसपी दिनेश कुमार पी ने लाइन हाजिर कर दिया। इसमें 68 पुलिसकर्मी शामिल हैं। अब इन सभी के खिलाफ जांच भी शुरू हो गई है।
एसएसपी के मुताबिक जांच में पाया गया कि बदमाश विकास दुबे के संपर्क में चौबेपुर थाने के सभी पुलिसकर्मी हैं। इसलिए सभी 13 दरोगा, 10 हेड कांस्टेबल, 45 कांस्टेबल लाइन हाजिर कर दिया गया है। प्रत्येक पुलिसकर्मी पर मुखबिरी के साथ विकास दुबे का साथ देने का आरोप है। निलंबित एसओ विनय तिवारी की विकास से यारी थी। हलका इंचार्ज समेत हलके सिपाही उसके धर पर माथा टेकने जाते थे। सीडीआर से भी खुलासा हुआ था कि सभी लगातार विकास के संपर्क में रहते हैं। एसएसपी ने बताया कि सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांच की जा रही है। मोबाइल जब्त हैं। सीडीआर की तफ्तीश जारी है।