प्रखर ब्यूरो ग़ाज़ीपुर। देश के महान समाजवादी नेता, पूर्व प्रधानमंत्री, यूवा तुर्क के नाम से देश की राजनीति में विख्यात एवं भारतीय राजनीति के फक्कड़ कबीर स्व.चन्द्रशेखर जी की 13वीं पुण्यतिथि पर समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष रामधारी यादव की अध्यक्षता में पार्टी कार्यालय समता भवन पर कार्यकर्ताओं ने उनके चित्र पर माल्यार्पण कर श्रृद्धांजलि अर्पित किया और उनके बताए रास्ते पर चल कर देश की सत्ता पर काबिज साम्प्रदायिक ताकतों के खिलाफ संघर्ष करने एवं देश के धर्मनिरपेक्ष स्वरुप की रक्षा करने का संकल्प लिया। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष रामधारी यादव ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विस्तृत रूप से प्रकाश डालते हुए कहा कि वह एक ऐसे यूवा तुर्क नेता थे जिन्होंने दृढ़ता, ईमानदारी और साहस के साथ निहित स्वार्थ के खिलाफ लड़ाई लड़ी। वह हमेशा व्यक्तिगत और सत्ता की राजनीति के खिलाफ रहे। उन्होंने हमेशा वैचारिक लोकतांत्रिक मूल्यों एवं सामाजिक परिवर्तन की राजनीति का समर्थन किया। वह साहस और सत्य के प्रतीक थे। उनके मन में देश के गरीबों, शोषितों और पीड़ितों के लिए गहरी पीड़ा थी, जिसकी झलक उनके उद्बबोधन के दौरान अक्सर दिखती थी। उन्होंने देशवासियों से मिलने एवं उनकी प्रमुख समस्याआें को समझने के लिए कन्याकुमारी से नई दिल्ली तक 4260 किलोमीटर की पदयात्रा की थी। वह आजीवन साम्प्रदायिक ताकतों की मुखालफत करते रहे। वह बेबाक वक्ता थे। वह गुप्त से गुप्त बात भी सार्वजनिक कर दिया करते थे। उनका मानना था कि नेता की हर बात को जनता को जानना चाहिए क्योंकि नेता जनता की नुमाइंदगी करता है।
इस अवसर पर जिलाध्यक्ष रामधारी यादव के साथ साथ पूर्व जिलाध्यक्ष राजेश कुशवाहा, सदानंद यादव, निजामुद्दीन खां, अरुण कुमार श्रीवास्तव, तहसीन अहमद, दिनेश यादव, कन्हैयालाल विश्वकर्मा, रामलाल प्रजापति, प्रमोद यादव, रामनगीना यादव, अवधेश कुशवाहा आदि उपस्थित थे।