गाज़ीपुर- वन माफिया व भू माफियाओं के हौश़ले बुलंद, कार्यवाही करने में टालमटोल कर रहे अधिकारी

प्रखर ब्यूरो मरदह/ग़ाज़ीपुर। थाना क्षेत्र के पौराणिक महत्व वाले धार्मिक स्थल महाहर धाम मंदिर परिसर में वन माफिया व भू माफियाओं के हौश़ले बुलंद है।आएं दिन पर्यावरण संरक्षण के लिए लिए लगाएं गये वृक्ष व पौधों को काटा जा रहा है। साथ ही मंदिर परिसर की जमीन को भी आएं दिन कब्जा किया जाता देखा जा रहा है, जिससे प्राय: दिन पर्यावरण कि भी क्षति हो रही है। लेकिन ताजा मामला जब प्रकाश में आया तो वन विभाग के कान खड़े हों गये। मंदिर समिति ने विभाग को सूचित किया की एक दबंग किस्म का व्यक्ति क्षेत्रीय लेखपाल से मिली भगत कर जमीन पैमाइश कराया तथा उक्त जमीन पर वन विभाग द्वारा लगाएं गये पौधे को अपना बताकर सब नष्ट करते हुए पौधो को काटकर फेंक दिया। साथ ही साथ उनके द्वारा सरकारी चकरोड को 50 मीटर जेसीबी मशीन से उखाड़ फेंक दिया गया। जब विभाग ने इस मामले में बीट प्रभारी बहादुर यादव से तहकीकात कराया तो पता चला कि वर्ष 2018 में मंदिर के जमीन में क्षेत्रीय वन विभाग द्वारा 60 अदद शीशम के पौधे व 9 अदद वोल पौधे के साथ ही लगाए गए 75 मीटर फेन्सिंग वायर को भी काट दिया गया है, जिससे 14800 रूपये कि राजकीय क्षति हुई। इस संबंध में वन विभाग के क्षेत्रीय निरीक्षक शोभनाथ यादव ने बीते 10 जुलाई को एक व्यक्ति के खिलाफ नामजद तहरीर मरदह थाने में दी। लेकिन आज तक वन माफिया के खिलाफ मुकदमा दर्ज नही किया गया। पुलिस और वन विभाग के अधिकारी राजकीय क्षति के बाद भी मामले के लीपापोती में लगे हुए है। इस बाबत जब थानाध्यक्ष शरदचन्द्र त्रिपाठी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि वन विभाग के तरफ से तहरीर मिली है, लेकिन वन दरोगा मामले में रिपोर्ट दर्ज कराने में टाल मटोल कर रहे है।