वाराणसी में जिस नेपाली का हुआ था मुंडन, वह निकला हिन्दुस्तानी

पब्लिसिटी के लिए अरुण पाठक ने रचा था ड्रामा- सूत्र

प्रखर वाराणसी। नेपाल के प्रधानमंत्री ओली के श्री राम चंद्र जी के बयान पर पूरे देश में आक्रोश का माहौल व्याप्त हो गया था। बतादे कि वाराणसी में गंगा घाट पर एक नेपाली का जबरन मुंडन कर उसके सर पर जय श्री राम लिखे जाने का मामला प्रकाश में आया। सूत्रों से पता चला कि इस मामले में विश्व हिंदू सेना के संस्थापक आरोपी अरुण पाठक का नाम सामने आया था। खबर आने के बाद खबर तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी, लेकिन शनिवार को इस मामले में एक नया मोड़ आया। जिसमें वाराणसी के एसएसपी अमित पाठक ने बताया कि वीडियो में दिख रहा कथित नेपाली युवक शुद्ध रूप से भारतीय लग रहा है। पुलिस टीम ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की तो चौंकाने वाले खुलासे सामने आए। कथित नेपाली युवक ने बताया कि उसका नाम धर्मेंद्र सिंह है। वह साड़ी की दुकान पर काम करता है। एसएसपी ने इसके अलावा बताया कि लाकडाउन की वजह से आर्थिक तंगी के कारण संस्था के सदस्यों ने उसे ₹1000 का लालच देकर वीडियो बनवाया था। राज खुलने के बाद पुलिस विश्व हिंदू सेना के संस्थापक और मुख्य आरोपी अरुण पाठक की तलाश तेज कर दी, साथ ही विश्व हिंदू सेना के संस्थापक अरुण पाठक व उसके अज्ञात कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। वहीं यूपी के डीजीपी ने वाराणसी के सीनियर अफसरों से इसकी जांच कराने का आदेश दिया, केस दर्ज होने के बाद 4 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था। लेकिन मुख्य आरोपी अरुण पाठक अभी भी पुलिस हिरासत से दूर है। वाराणसी के भेलूपुर थाने में तमाम धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था। मामले के अनुसार मुंडन कर नेपाली नागरिक के सर पर बुधवार को जय श्री राम लिख दिया गया था और नेपाल के प्रधानमंत्री मुर्दाबाद का नारा लगाकर वीडियो बनाया गया था। जो वीडियो सोशल मीडिया पर जारी करते हुए, नेपाल के पीएम के पी शर्मा ओली को चेतावनी भी दी थी। साथ ही गंभीर परिणाम भुगतने की बात भी कही गई थी।