प्रखर ब्यूरो गाजीपुर। जनपद के बाराचंवर ब्लाक क्षेत्र के हार्टमन इण्टर कालेज हार्टमनपुर में जिला उद्यान अधिकारी डाक्टर शैलेन्द्र दूबे के द्वारा छायादार पौधे का रोपण किया गया। आपने इस पौधारोपण कार्यक्रम के लिए विद्यालय की हरियाली एवं अन्य ब्यवस्था को देख कर प्रधानाचार्य फादर फेलिक्स राज को बधाई दी। इस अवसर पर उन्होंने कहा की मानव का आदि काल से पेंड पौधों से गहरा नाता है। मानव सभ्यता के विकास में नदी एवं जंगल महत्वपूर्ण रहे है। आज भी पूरी श्रृष्टि इन पर ही आधारित है। इनके बगैर जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। आगे उन्होंने कहा की मत्स्य पुराण में अनेकानेक प्रकार के वृक्षों की महिमा एवं सामाजिक जीवन के महत्व में बारे में वर्णन करते हुए वृक्षों को लगाने से कौन-कौन से पुण्य-फल प्राप्त होते हैं विस्तार से दिया गया है। वृक्षों की महिमा का बखान करते हुए कहा गया है कि “दस कुओं के बराबर एक बावड़ी, दस बावड़ियों के बराबर एक तालाब, दस तालाबों के बराबर एक पुत्र और दस पुत्रों के बराबर एक वृक्ष होता है। उन्होंने बताया कि भविष्य पुराण के अध्याय 10-11 में विभिन्न वृक्षों को लगाने और उनका पोषण करने के बारे में वर्णन किया गया है “जो व्यक्ति छाया, फूल और फल देने वाले वृक्षों का रोपण करता है या मार्ग में तथा देवालय में वृक्षों को लगाता है वह अपने पितरों को बड़े-बड़े पापों से तारता है और रोपणकर्ता इस मनुष्यलोक में महती कीर्ति तथा शुभ परिणाम प्राप्त करता है। अतः वृक्ष लगाना अत्यंत शुभदायक है। जिसको पुत्र नहीं है, उसके लिए वृक्ष ही पुत्र है। भारतीय जन जीवन में वृक्षों को देवता की अवधारणा परंपरा के फलस्वरुप इनकी पूजा-अर्चना की जाती है। भगवान श्रीकृष्ण ने विभूतियोग में गीता में “अश्वत्थः सर्व वृक्षाणाम” कहकर वृक्षों की महिमा का गान किया है। एकान्यपुराण के अनुसार “अश्वस्थ” (पीपल) वृक्ष के तने में केशव, शाखाओं में नारायण, पत्तों में श्री हरि और फलों में सब देवताओं से युक्त अच्युत सदा निवास करते है। उन्होंने कहा की हमें अपने लिए अपनी आने वाली पीढियों के लिए पौधारोपण करना होगा। फादर फेलिक्स राज के द्वारा सभी को गिलोय का पौधा भेंट किया गया।
इस अवसर पर डाक्टर राम कुमार राय, अवनीश राय, पंकज राय, कृष्ण कांत राय, समेत अन्य लोग उपस्थित रहे।