प्रखर ब्यूरो मरदह/ग़ाज़ीपुर। क्षेत्र के पौराणिक महत्व वाले धार्मिक स्थल महाहर धाम शिव मंदिर परिसर में छुट्टा आवारा पशुओं के आतंक से श्रद्धालुओं सहित क्षेत्र में दहशत का माहौल बन गया है।ग्रामीणों सहित मंदिर समिति के सदस्यों ने तहसील मुख्यालय, जिला मुख्यालय, मुख्यमंत्री जन सुनवाई पोर्टल पर दर्जनों बार शिकायत किया, परन्तु कोई सुनवाई नहीं हुई। छुट्टा आवारा पशुओं द्वारा फसल बर्बादी ने किसानों को तबाह कर रखा है। भाजपा से मोदी योगी सरकार द्वारा गोवंश पूर्ण प्रतिबंध पशु व्यापार पर रोक लगाने और पशुओं की खरीद बिक्री करने वाले किसानों व्यापारियों पर हमले और पुलिस उत्पीड़न के कारण गाय, बछड़ा, वन्य पशु छुट्टा घूम रहे हैं। उनकी तादाद खतरनाक रूप से बढ़ती जा रही है। मंदिर परिसर में सैकड़ों कि संख्या में मौजूद मवेशियों के द्वारा कि गई गंदगी से लोगों को पैर रखनें कि जगह भी नसीब नहीं हो रहा। वहीं कुछ मनबढ किस्म के जानवरों द्वारा दर्शनार्थियों पर हमले भी हो जा रहे हैं। जिस कारण पूजा पाठ करने वाले दर्शनार्थि भयभीत नजर आते हुए मंदिर आने से हिचकिचा रहें हैं और शासन प्रशासन को खूब खरी खोटी सुना रहे हैं। मंदिर समिति के कोषाध्यक्ष रामबचन सिंह व सचिव वीरेन्द्र सिंह ने बताया कि कई बार जिम्मेदार अधिकारियों को इस समस्या कि जानकारी दी गई, परन्तु कोई सुनवाई नहीं हुई। अगर मंदिर परिसर में ही गौ आश्रय बन जाता तो कम से कम मंदिर परिसर सहित क्षेत्र के किसानों को राहत मिलती, जिससे लोग भयमुक्त होकर रहते और किसानों की फसल नुकसान होने से बच जाती।