सभी सीएचसी प्रभारियों ने डीएम व कोरोना नोडल अधिकारी/ एसडीएम पर लगाया मानसिक प्रताड़ना का आरोप
प्रखर वाराणसी। एसीएमओ की मौत के बाद वाराणसी में मचे बवाल के बाद एक और नया बवाल खड़ा हो गया है। जहां पर सभी जिले की सभी 32 सीएचसी प्रभारी डॉक्टरों ने सामूहिक रूप से इस्तीफा सीएमओ को सौंपने की बात सामने आई है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सभी लोग अपना इस्तीफा सीएमओ को सौंप दिए हैं। साथ ही यह भी बताया जा रहा है कि यह लोग डीएम व नोडल अधिकारी/ एसडीएम पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप भी लगाए हैं। बड़ा सवाल यह है कि अगर इस तरह से स्वास्थ्य कर्मियों के साथ व्यवहार किया जाएगा, तो कोरोना महामारी में लोगों का क्या हाल होगा ? वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सहायक नोडल/ डिप्टी कलेक्टर के साथ थी सीएमओ ऑफिस में मीटिंग कर रहे है। मामले के बाद बाबत प्रखर पूर्वांचल ने एक सीएचसी प्रभारी से बात की तो उन्होंने बताया कि शहरी क्षेत्र के 24 व ग्रामीण क्षेत्र के 8 सीएससी प्रभारियों ने सामूहिक रूप से मुख्य चिकित्सा अधिकारी वाराणसी को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। साथ ही यह भी बताया कि आए दिन हम लोगों को लेटर जारी करके मानसिक रूप से जिलाधिकारी कार्यालय व एसपीएम / नोडल अधिकारी कोरोना के द्वारा प्रताड़ित भी किया जाता था। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि लेटर में लिखा रहता था कि कोरोना के मरीज की सारी जिम्मेदारी आप पर होगी। अगर उनकी मृत्यु होती है, तो आप पर मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। जिससे हम लोग मानसिक रूप से काफी परेशान थे, जिसको देखते हुए सभी लोग सामूहिक रूप से मुख्य चिकित्सा अधिकारी वाराणसी को अपना इस्तीफा सौंप दिए हैं। हम लोगों ने सीमाओं से कहा है कि हमें किसी और कार्य में लगा दिया जाए हम कार्य करने के लिए तैयार हैं।