गाजीपुर। राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी विकास पटेल के निर्देश पर अपर निजी सचिव अमर सिंह की बहाली की मांग को लेकर एवं सरकार द्वारा पिछड़े वर्गों की दमनकारी एवं संविधान विरोधी नीतियों के विरोध में बुधवार को सरजू पांडेय पार्क में एक दिवसीय धरना दिया।
इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि अमर सिंह को तत्काल बहाल करने के साथ ही प्रदेश में स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स के गठन पर रोक लगाई जाए। सरकारी नियुक्तियों में पांच वर्ष की संविदा व्यवस्था लागू न हो। पिछड़े वर्ग पर हो रहे अत्याचार पर रोक लगाई जाय और दोषियों को कड़ी सजा दी जाए। पीड़ितों का पर्याप्त मुआवजा एवं सुरक्षा दी जाए। उत्तर प्रदेश में स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स के गठन पर रोक लगाने तथा 14 सितंबर के आंदोलन के दौरान राष्ट्रीय किसान मोर्चा के कार्यकर्ताओं पर दर्ज किए गए फर्जी मुकदमें वापस लीए जाए। वक्ताओं ने कहा कि प्रदेश में पिछड़े वर्गों का लगातार उत्पीड़न हो रहा है। ताजा मामला अमर सिंह, जो कि अपर निजी सचिव लखनऊ सचिवालय में तैनात थे और सोशल मीडिया में पिछड़े वर्गों के आवाज को उठाने और सरकार द्वारा जातिवादी मानसिकता से गोरखपुर यूनिवर्सिटी में एससी एसटी ओबीसी को पर्याप्त पद न देने और लगभग 70 प्रतिशत उच्च जातियों की नियुक्ति करने की बात सोशल मीडिया में उजागर करने के कारण जतिवादी मानसिकता से तिलमिला कर प्रदेश सरकार ने उन्हें पर्खास्त कर दिया। कहा कि पिछड़े वर्गों पर हो रहे उत्पीड़न अन्याय और अत्याचार को बंद किया जाए। पुलिस द्वारा किए गए इनकाउंटरो की उच्च स्तरीय जांच सहित मांग करते हुए चेतावनी दिया कि यदि मांगें पूरी नहीं हुई तो आंदोलन के तीसरे चरण में प्रदेशव्यापी रैली, प्रदर्शन प्रदेश के सभी जिलों में किया जाएगा।
इस धरना में मनोज यादव, धर्मेंद्र कुशवाहा, आधार यादव, जावेद अहमद, अनुभव कुमार बिंद, मो. शाहिद खान, अरुण कुमार, दिलीप कुमार गौतम, कामता प्रसाद, वीरदयाल, गजराज रावत, चंदलाल मौर्य, दिनेश कुमार गौतम, दुनिया राम, कमला यादव, रामध्यान, सत्यनारायण बौद्ध आदि मौजूद थे।