प्रखर ब्यूरो गाजीपुर। सरकार द्वारा चलाई जा रही एंबुलेंस सेवा उन लोगों के लिए जीवनदायिनी साबित हो रही है जो विपरीत परिस्थितियों में इलाज के लिए इधर-उधर भटकने के बजाय सीधे अस्पताल पहुंच जाते हैं, जहां समुचित इलाज के बाद उनकी जान बचाई जाती है। ऐसा ही एक उदाहरण मंगलवार को देखने को मिला। 108 एंबुलेंस सेवा लखनऊ के कॉल सेंटर से गाजीपुर एंबुलेंस प्रभारी को फोन आया, जिसकी जानकारी के बाद तत्काल पायलट पवन कुमार और इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन (ईएमटी) सूरज कुमार रायपुर सदर गांव पहुंचे। मौके पर पहुंचे एंबुलेंस कर्मचारियों ने देखा कि असगर(32) के सिर पर हथौड़े से प्रहार किया गया था और उसकी हालत नाजुक बनी हुई थी। इसके बाद तत्काल जिला अस्पताल लाया गया और वहाँ से असगर को वाराणसी के ट्रामा सेंटर भेजा गया। 108 एंबुलेंस प्रभारी रवीर वर्मा ने बताया कि जैसे ही लखनऊ से फोन आया तो तत्काल बताए गए लोकेशन पर पायलट पवन कुमार और ईएमटी सूरज कुमार 108 एंबुलेंस के साथ पहुंचे। वहां पर गंभीर रूप से घायल असगर को रेस्क्यू करते हुए जिला अस्पताल ले गए और फिर उन्हें ईएमटी सूरज कुमार की देखरेख में वाराणसी स्थित ट्रामा सेंटर पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज शुरू हुआ और अभी स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है। उन्होने बताया कि वर्तमान में जनपद में 42 एम्बुलेंस 102 सेवा, 108 एम्बुलेंस 37 एवं एएलएस एंबुलेंस सेवा की 3 एंबुलेंस मौजूद हैं, जिसमें से 108 नंबर की नौ एवं एक एएलएस एम्बुलेंस को कोविड-19 कार्य के लिए सुरक्षित किया गया है। रवीर ने बताया कि 108 एवं ए एल एस एंबुलेंस द्वारा अगस्त 2020 में लगभग 540 तथा सितंबर 2020 में अभी तक लगभग 40 कोरोना उपचाराधीनों को कोविड एल 1, एल 2 एवं एल 3 अस्पतालों में भर्ती कराया जा चुका है।