प्रखर ब्यूरो ग़ाज़ीपुर। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रस्तावित निजीकरण के विरोध में संयुक्त संघर्ष समिति के निर्देशानुसार आज फिर दिनांक 1 ओक्टुबर दिन गुरुवार को बिजली कर्मचारियों ने फिर भरी हुंकार।
विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति उत्तर प्रदेश के आह्वान पर बिजली के निजीकरण के विरोध में आज फिर दिन बृहस्पतिवार 01 अक्टूबर 2020 को पूरे जनपद में उपखंड स्तर पर 9 जगह चिन्हित कर विरोध सभा सायं 2:00 बजे से 5:00 तक आयोजित की गई। इस विरोध प्रदर्शन में प्रदेश सरकार द्वारा पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के निजीकरण के प्रस्ताव पर गहरा आक्रोश व्यक्त करते हुवे पूर्वांचल अध्यक्ष जूनियर इंजीनियर संगठन शत्रुघ्न यादव ने लालदरवाजा स्थित अधिशासी अभियंता कार्यालय पर सभी को संबोधित करते हुवे बताया कि सरकार की ओर से थोपी जा रही है हड़ताल -अनिश्चितकालीन पूर्ण हड़ताल और जेल भरो के लिए तैय्यार रहें। बहादुर साथियों! राज्य सरकार ने नेशनल लोड डिस्पैच सेंटर(NLDC) और उत्तरी क्षेत्र लोड डिस्पैच सेण्टर(NRLDC) को 1अक्टूबर को यह संदेश दिया है कि उप्र में 5 अक्टूबर से हड़ताल संभावित है। बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने वाली इन राष्ट्रीय और उत्तर क्षेत्रीय सिस्टम कट्रोल संस्थाओं को यह संदेश देना कि उ.प्र. में 5 अक्टूबर से हड़ताल हो रही है। इस बात का स्पष्ट संकेत है कि सरकार का निजीकरण को लेकर हठवादी रवैय्या कायम है और सरकार हमारे ऊपर हड़ताल थोपना चाहती है। इस दौरान जिला संयोजक निर्भय नारायण सिंह ने अपनी बात रखते हुवे कहा कि यह भी पता चला है कि एनटीपीसी और पॉवर ग्रिड को भी 5 अक्टूबर से उ.प्र. में कार्य सँभालने के लिए एलर्ट कर दिया गया है। लखनऊ में हड़ताल से निपटने के लिए प्रातः 8 बजे से ही सरकार और प्रबंधन की आपात बैठक चल रही है। आगे उन्होंने कहा कि बहादुर साथियो ! यह आपात परिस्थितियाँ हैं और हमारा संकल्प है कि हम अरबों खरबों रु0 की सार्वजनिक क्षेत्र की पॉवर कारपोरेशन की परिसंपत्तियों को कौड़ियों के मोल किसी भी कीमत पर निजी घरानों को हस्तांतरित नही होने देंगे। वही सह संयोजक ई. संतोष मौर्या ने कहा कि बहादुर साथियों! हमारा आह्वान है कि यदि हमारे किसी भी कर्मचारी का उत्पीड़न किया गया और किसी को भी कहीं भी गिरफ्तार किया गया तो संघर्ष समिति की नोटिस के अनुसार सभी ऊर्जा निगमों के तमाम बिजली कर्मचारी, जूनियर इन्जीनियर और अभियन्ता उसी क्षण अनिश्चितकालीन हड़ताल प्रारम्भ कर देंगे और शुरू होगा “सामूहिक जेल भरो आंदोलन।
सभा मे मुख्य रूप से अधिशासी अभियंता मनीष कुमार, महेंद्र मिश्रा, आदित्य पांडेय, आशीष चौहान, सहायक अभियंता विजय यादव, शत्रुघ्न यादव, अमित कुमार, मिठाईलाल, सत्यनारायण चौरसिया, अवर अभियंता संतोष मौर्य, इंद्रजीत पटेल, अविनास सिंह, अजय विश्वकर्मा, प्रवीण सिंह,भानु कुशवाहा, विंध्याचल यादव, पीताम्बर कुशवाह, अरविन्द कुशवाहा, संतोष कश्यप, गुप्तेश्वर राम, अखिलेश, अरविंद कुशवाहा, राकेश त्यागी, वीरेंद्र पासवान, सलीम अंसारी, संदीप कुमार, अनमोल मिश्रा, अमित सिंह, अश्वनी सिंह, प्रवीण पांडेय, वीरेन्द्र मौर्या, महेश त्रिपाठी, अजय विश्वकर्मा, प्रवीण सिंह, विनय तिवारी, दीपक गुप्ता, मीटर रीडर बरुन राय, आशीष, सुनील,सल्लू, आज़ाद, प्रदीप, प्रेमशंकर, कृष्णा आदि लोग उपस्थित रहे।