ग़ाज़ीपुर- महाविद्यालय के संस्थापक की पांचवी पुण्यतिथि पर विद्यालय परिसर में किया गया हवन-पूजन

प्रखर ब्यूरो गाजीपुर। बहरियाबाद कस्बा स्थित सुभाष विद्या मंदिर इण्टर कालेज व महाविद्यालय के संस्थापक स्व. ब्रजनाथ सहाय की पांचवी पुण्यतिथि विद्यालय परिसर में हवन-पूजन व उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधरोपण भी किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि विश्व हिंदू परिषद के प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य छोटेलाल मौर्या ने स्व. सहाय के व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि समाजसेवी, चिकित्सक, शिक्षाविद नेता जी सुभाषचंद्र बोस को अपना आदर्श मानने वाले डा. ब्रजनाथ सहाय आजीवन देश व समाज के लिए समर्पित रहे। अंग्रेजी, हिन्दी, ऊर्दू व फारसी भाषाओं के जानकार सहाय जी ने आजमगढ़ प्रवास के दौरान पद्मनाथ सिंह के नेतृत्व में पुरुषोत्तम दास अंगूरिया व जूठन सिंह आदि की टीम के साथ स्वतंत्रता संग्राम में न केवल अहम भूमिका निभाई, बल्कि लोगों को जागरूक करने व जोश भरने के लिए चोरी-छिपे प्रतिबंधित रणभेरी पत्रिका का वितरण भी किया। पद्मनाथ सिंह जब आजमगढ़ जेल में बंद थे, तब उन्होंने जेल के गेट पर बम मारा और रातों-रात पैदल ही बहरियाबाद आ गए। क्षेत्र में फैली अशिक्षा से इनका मन हमेशा उद्वेलित रहता था। यही कारण था कि आजादी के बाद 20 जनवरी 1948 को नेता जी के नाम पर सुभाष विद्या मंदिर इण्टर की स्थापना करने के साथ ही समाजसेवा में लग गए और कई बार गांव के मुखिया भी रहे।
इस अवसर पर प्रबंधक अजय सहाय, आशीष सहाय, रामाश्रय मिश्र, अमित सहाय, रामप्रकाश, नेसार अहमद फैज, रामपलट, खूबचंद यादव, रामप्यारे प्रजापति, हैदर अब्बास, पंकज मिश्रा, आद्या प्रसाद पटेल, गुलाब गुप्ता, राजेश, संजय आदि मौजूद रहे।