खुशखबरी! देश मे पहले चरण के तहत 30 करोड़ को लगेगा कोरोना का टीका, तैयार हो रही सूची

 

पहले हेल्‍थकेयर प्रोफेशनल्‍स, पुलिस, सैनिटेशन कर्मचारी होंगे, जिनमे करीब 30 करोड़ लोगों के लिए 60 करोड़ टीके लगेंगे

 

पहले चरण में 50 वर्ष के ऊपर के 26 करोड़ लोगों को भी लगेगा टीका

प्रखर नई दिल्ली/एजेंसी। कोरोना वायरस का कहर अभी थमता नजर नही है, जिसके चलते अभी 1 लाख 13 हजार लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। कोरोना संक्रमण से संक्रमितों की संख्या भी बढ़कर करीब 74 लाख को पार गई है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि कोरोना वैक्सीन जल्द आए, जिससे लोगों की जान बचाई जा सके। रुस के बाद अब भारत ने भी कोरोना टीकाकरण अभियान की तैयारी शुरू कर दी है। भारत का मकसद है किसी तरह से कोरोना की रफ्तार पर काबू पाया जाए। बतादे कि पहले चरण में वैक्सीन पाने वाले 30 करोड़ लोग शामिल होंगे, जिनकी सूची तैयार की जा रही है। इनमें ज्‍यादा खतरे वाली आबादी के अलावा फ्रंटलाइन वर्कर्स जैसे- हेल्‍थकेयर प्रोफेशनल्‍स, पुलिस, सैनिटेशन कर्मचारी होंगे। करीब 30 करोड़ लोगों के लिए 60 करोड़ टीके लगेंगे। एक बार वैक्‍सीन अप्रूव हो जाए, उसके बाद टीके लगना शुरू हो जाएंगे। प्रॉयरिटी लिस्‍ट में चार कैटेगरीज हैं- करीब 50 से 70 लाख हेल्‍थकेयर प्रोफेशनल्‍स, दो करोड़ से ज्‍यादा फ्रंटलाइन वर्कर्स, 50 साल से ज्‍यादा उम्र वाले करीब 26 करोड़ लोग और ऐसे लोग जो 50 साल से कम उम्र के हैं मगर अन्‍य बीमारियों से ग्रस्‍त हैं। बतादे कि वैक्‍सीन को लेकर बने एक्‍सपर्ट ग्रुप ने प्‍लान का ड्राफ्ट तैयार कर लिया है। केंद्रीय एजेंसियों और राज्‍यों से भी इनपुट्स लिए गए थे। नीति आयोग के सदस्‍य डॉ वीके पॉल की अगुवाई वाले इस ग्रुप ने जो प्‍लान बनाया है, उसके हिसाब से पहले चरण में देश की 23% आबादी को कवर किया जाएगा। वहीं एक्‍सपर्ट कमेटी का अनुमान है कि देश में सरकारी और निजी क्षेत्र मिलाकर करीब 70 लाख हेल्‍थकेयर कर्मचारी शामिल हैं। इसमें 11 लाख एमबीबीएस डॉक्‍टर्स, 8 लाख आयुष प्रैक्टिशनर्स, 15 लाख नर्सेज, 7 लाख एएनएम और 10 लाख आशा वर्कर्स शामिल हैं। सूत्रों से मिकी जानकारी के अनुसार लिस्‍ट अक्टूबर के आखिर या नवंबर की शुरुआत तक तैयार हो सकती है। इसके अलावा ड्राफ्ट प्‍लान में 45 लाख पुलिस और अन्‍य फोर्सेज के कर्मचारियों को भी शामिल किया गया है। सेना के 15 लाख लोग भी इस लिस्‍ट में हैं। इसके अलावा कम्‍युनिटी सर्विस- पब्लिक ट्रांसपोर्ट ड्राइवर्स, क्‍लीनर्स और टीचर्स की भी पहचान की गई है। इनकी अनुमान संख्‍या करीब डेढ़ करोड़ है। 50 साल से ज्‍यादा उम्र के करीब 26 करोड़ लोगों को भी पहले फेज में टीके लगेंगे। इसके अलावा डायबिटीज, दिल की बीमारियों, किडनी फेल्‍योर, फेफड़ों की बीमारी, कैंसर, लिवर की बीमारी का सामना कर रहे लोगों को भी प्राथमिकता के आधार पर टीके लगेंगे। एक अधिकारी के मुताबिक, कई कैटेगरीज में ओवरलैपिंग होंगे। सरकार को उम्‍मीद है कि प्राथमिकता वाली आबादी के टीकाकरण के लिए 60 करोड़ डोज की जरूरत पड़ेगी। प्‍लान में वैक्‍सीन की स्‍टॉक पोजिशन, स्‍टोरज फैसिलिटी में टेम्‍प्रेचर, जियोटैग हेल्‍थ सेंटर्स को ट्रैक करने का भी इंतजाम है।