वाराणसी डीएलडब्ल्यू का नाम अब हो गया बीएलडब्ल्यू

 

प्रखर वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के प्रसिद्ध डीजल रेल इंजन कारखाना डीएलडब्ल्यू
का नाम बदल कर बीएलडब्ल्यू
यानी बनारस लोकोमोटिव वर्क्स के नाम से जाना जाएगा। बतादे कि DLW में डीजल इंजनों का निर्माण होता था। यहां से भारत समेत विश्व के कई देशों को डीजल रेलइंजनों की आपूर्ति होती रही है। नाम बदलने का पत्र गुरुवार को जारी हो गया। रेल मंत्रालय की ओर से सचिव सुशांत कुमार मिश्रा ने अधिकृत रूप से पत्र जारी कर नाम बदलने की जानकारी दी। बताया कि केंद्र सरकार की ओर से कारखाना का नाम बदला गया है। स्थापना काल से ही यहां डीजल रेल इंजन का उत्पादन होता रहा है। बीते तीन सत्र से डीजल रेल इंजन का उत्पादन कम कर दिया गया। बीते सत्र 2019-20 से यहां भारतीय रेलवे के लिए डीजल इंजन का उत्पादन पूर्णतया बंद कर दिया गया। सीएलडब्ल्यू की तरह यहां भी केवल विद्युत रेल इंजन का उत्पादन शुरू होने के बाद कारखाने से डीजल शब्द हटाने की कवायद चल रही थी। इसके लिए रेलवे बोर्ड को पत्र भी भेजा गया था। 28 अक्तूबर को केंद्र सरकार ने इसका नाम बनारस रेलइंजन कारखाना कर दिया। जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि डीरेका प्रशासन को पत्र मिला है। नाम बदल दिया गया है।