-बाल-बाल बचे सीओ क्राइम और पुलिसकर्मी
प्रखर वाराणसी। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार लगातार प्रदेश में अपराध पर अंकुश लगाने के लिए प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में वाराणसी में देर शाम पुलिस और क्राइम ब्रांच की स्पेशल टीम में 50 हजार के इनामी मोनू चौहान को मुठभेड़ में ढेर कर दिया है। पिछले दिनों पांडेय पुर में महिला को गोली मारने वाले आरोपी मोनू चौहान को सारनाथ पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने रिंग रोड पर मुठभेड़ में मार गिराया है। एनकाउंटर के दौरान गोलीबारी में दो पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल भेज दिया गया है। जबकि बुलेटप्रूफ जैकेट की वजह से वाराणसी पुलिस के दो अधिकारी सीओ क्राइम ब्रांच अमरेश सिंह बघेल और प्रभारी अश्विनी पांडेय बाल बाल बच गए। जानकारी के अनुसार, मुठभेड़ के दौरान चौकी प्रभारी राजकुमार पांडेय और क्राइम ब्रांच के कांस्टेबल विनय सिंह को गोली लगी है। उन्हें मलदहिया स्थित सिंह मेडिकल में भर्ती कराया गया। दोनों पुलिस कर्मी खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं। हरहुआ-चिरईगांव रिंग रोड पर मुठभेड़ होने की जानकारी के बाद मौके पर एसपी सिटी समेत कई थानों की फोर्स पहुंच गई। पुलिस अधिकारियों के अनुसार दस हजार रुपये बकाए में महिला को गोली मारने के आरोपी मोनू पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था।
एसपी सिटी विकास चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि शातिर मोनू किसी घटना को अंजाम देने के लिए आ रहा है। इस दौरान सारनाथ के रिंगरोड पर लालपुर के समीप बाइक सवार बदमाश का पीछा किया गया पुलिस को अपने पीछे देख कर मोनू चौहान ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर भागने का प्रयास किया।बताया जाता है कि शाम करीब सात बजे बदमाश के क्षेत्र में सक्रिय होने की जानकारी के बाद पुलिस कर्मी सक्रिय हुए और साढ़े सात बजे बदमाश संग मुठभेड़ शुरू हुई तो क्षेत्र में गोलियां तड़तड़ाने लगीं। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने उसे मार गिराया। गौरतलब है कि गोलीबारी के दौरान उसके सिर और पैर में गोली लगी थी। उसे अस्पताल लाया गया यहां जांच के बाद चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। क्राइम ब्रांच और सारनाथ पुलिस के अलावा लालपुर पुलिस भी मुठभेड़ के दौरान मौजूद रही। मुठभेड़ के बाद एसएसपी ने पुलिस कर्मियों की सराहना करते हुए उन्हें बधाई दी है । मोनू चौहान के फरार साथी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने जिले भर में कांबिंग ऑपरेशन शुरू कर दिया है। खबर लिखे जाने तक मोनू चौहान का फरार साथी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।