समय से 108 नम्बर पहुचती तो बच जाती जान
प्रखर खेतासराय जौनपुर। प्रसव पीड़ा के बाद महिला की हालत बिगड़ने पर जौनपुर सदर के लिए एम्बुलेंस के लिए परिजन इंतजार करते रहे गए, तब तक महिला की सांसे थम गयी।निजीय अस्पताल ने भी मानवता नही दिखाई।
जानकारी के अनुसार शाहापुर गांव के दलित बस्ती निवासी श्याम प्रीत की पत्नी सोनमती 35 वर्ष की प्रसव पीड़ा के साथ ब्लीडिंग होने लगी।परिजन घर के ठेले पर लादकर एक चर्चित निजीय अस्पताल लेकर पहुँचे तो चिकित्सक स्टाफ ने एडमिट लेने से हाथ खड़े कर दिए,जौनपुर सदर जाने के लिए सलाह दिए,ग़रीब परिजनों ने 108 एम्बुलेंस को फोन किया लेकिन तय समय से पौन घण्टे बाद आयी तब तक महिला की दम उखड़ गयीं।मृतका का देवर सभाजीत ने मीडिया को बताया कि एम्बुलेंस की लापरवाही से मेरी भाभी की मौत हुई है,समय से आने से बच सकती थी जान।इस बाबत मीडिया ने सीएमओ डॉ राकेश कुमार से पूछा तो उन्होंने बताया कि एम्बुलेंस हेड कार्यालय लखनऊ से संचालन होता है, अगर कोई शिकायत करेगा तो जरुर मामले को देखेंगे।