प्रखर एजेंसी। मंगलवार को भारत बंद आह्वान के लिए ट्रेड यूनियनों और विपक्षी दलों के बढ़ते समर्थन के साथ दिल्ली में किसानों के विरोध प्रदर्शन से फल और पानी की आपूर्ति सहित कुछ सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं। किसानों और केंद्र के बीच वार्ता से एक दिन पहले 8 दिसंबर को ष्शांतिपूर्णष् राष्ट्रव्यापी बंद का आह्वान किया गया है। भारत बंद के एक दिन पहले भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने घोषणा की कि किसान संघ आम आदमी के लिए समस्याएं पैदा नहीं करना चाहता है और वह सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक अखिल भारतीय हड़ताल शुरू करेंगे ताकि कार्यालय जाने वालों को किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता है। टिकैत ने यह भी कहा कि हड़ताल आपातकालीन सेवाओं और शादियों के कार्यों को प्रभावित नहीं करेगी। यह हमारे विरोध को दर्ज करने का एक प्रतीकात्मक विरोध है। यह दिखाना है कि हम सरकार की कुछ नीतियों का समर्थन नहीं करते हैं। भारतीय किसान यूनियन के महासचिव हरिंदर सिंह लखोवाल ने पहले कहा था कि किसान संघों के सदस्य राष्ट्रीय राजमार्गों को अवरुद्ध करेंगे और टोल प्लाजा पर कब्जा करेंगे। कई राज्यों में आंदोलन आपूर्ति को प्रभावित कर सकता है, क्योंकि भारत के सभी मोटर परिवहन संघ किसानों के समर्थन में सामने आए हैं। वे शांतिपूर्ण प्रदर्शन आयोजित करेंगे और आम तौर पर और जल्द से जल्द किसानों की संतुष्टि मुद्दों को हल करने के लिए जिला कलेक्टरों और आयुक्तों को ज्ञापन सौंपने का प्रयास करेंगे। वही शिवसेना सांसद ने कहा कि किसानों द्वारा दिया गया भारत बंद अराजनैतिक है और देश के लोगों को स्वेच्छा से इसमें भाग लेना चाहिए। राउत ने कहा, ष्लोगों को स्वेच्छा से बंद में हिस्सा लेना चाहिए। यह किसानों को सच्चा समर्थन होगा। यह राजनीतिक बंदिश नहीं है, हालांकि कई दलों ने इसमें हिस्सा लेने का फैसला किया है। शिवसेना नेता ने कहा, ष्यह किसी राजनीतिक दल की मांग बढ़ाने के लिए नहीं, बल्कि देश के किसानों की आवाज को बुलंद करने के लिए है। कृषि कानून के विरुद्ध मंगलवार को भारत बंद किया जाएगा। किसान नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, कल पूरे दिन बंद और दोपहर 3 बजे तक चक्का जाम होगा। यह एक शांतिपूर्ण बंद होगा। हम अपने मंच पर किसी भी राजनीतिक नेताओं को अनुमति नहीं देने पर दृढ़ हैं। दिल्ली-हरियाणा सिंघू सीमा पर किसान नेता डॉ दर्शन पाल ने कहा कि भारत बंद को लेकर लोगों को एकजुट किया जा रहा है। इधर, लुधियाना से चरणजीत सिंह लोहारा प्रधान पंजाब ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने कहा कि ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस ने किसानों के समर्थन में 8 दिसंबर को चक्का जाम करने का फैसला किया है। परिवहन संघ, ट्रक यूनियन, टेंपो यूनियन सभी ने बंद को सफल बनाने का फैसला किया है। यह बंद पूरे भारत में होगा। वहीं, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट किया, भारत बंद को देखते हुए पुलिस एवं प्रशासन के उच्चाधिकारियों के साथ राजस्थान में लॉ एन्ड ऑर्डर को लेकर विस्तार से चर्चा की। मैंने सभी वर्गों से किसानों के समर्थन में 8 दिसंबर को होने जा रहे रुठींतंजठंदकी के दौरान शांति एवं व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है। पंजाब एवं हरियाणा के किसान जो अभी तक आंदोलन कर रहे हैं उनका पूरे देशभर में अच्छा सन्देश गया है क्योंकि वे पिछले 12 दिन से बहुत ही शांतिपूर्ण एवं अहिंसात्मक तरीके से संघर्ष कर रहे हैं और अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं। मीटिंग में अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे बेहतर समन्वय हेतु प्रदेशभर में माकूल सुरक्षा इंतजाम सुनिश्चित करें।