किसान आंदोलन! एक और किसान ने की आत्महत्या की कोशिश, भूख हड़ताल जारी

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सिंघु बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन आज 26वें दिन भी जारी रहा

प्रखर एजेंसी। भारतीय युवा कांग्रेस ने कृषि कानूनों के विरोध में सोमवार को नई दिल्ली में कृषि भवन में धरना-प्रदर्शन किया. उन्होंने कृषि कानूनों के विरोध में अपनी जान गंवाने वाले किसानों के लिए न्याय की मांग की. भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास ने कहा कि इस कड़ाके की ठंड में जब आम जनता कोविड 19 के कारण दिल्ली छोड़ रही है. ऐसे में देश भर के किसान राष्ट्रीय राजधानी की सभी सीमाओं पर सख्ती से जुट हुए हैं और सरकार से काले कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। हालांकि ऐसी मुश्किल समय में भाजपा के सभी नेता और मंत्री अपनी आदत के अनुसार इन किसानों को खालिस्तानी और राष्ट्र-विरोधी जैसे शब्दों से अपमानित कर रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि पिछले 25 दिनों में 25 से अधिक किसान इस आंदोलन में शहीद हुए हैं. किसानों लगातार आत्महत्या कर रहा है और इस देश के प्रधानमंत्री बनारस से लेकर गुजरात तक के कार्यक्रमों में व्यस्त हैं। युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रभारी और एआईसीसी के संयुक्त सचिव कृष्णा अल्लावरु ने कहा कि राज्य सभा में भाजपा के पास बहुमत नहीं है इसके बावजूद राज्यसभा में इन काले कानूनों को पारित किया गया, यह लोकतंत्र की हत्या है। संत बाबा राम सिंह के बाद सिंघु बॉर्डर पर एक और किसान ने आत्महत्या करने की कोशिश की. किसान ने जहर खाकर आत्महत्या की कोशिश की. किसान निरंजन सिंह पुत्र किशन सिंह उम्र 65 साल वाशी तरनतारन पंजाब का रहने वाला है. फिलहाल उसे गंभीर हालत में रोहतक पीजीआई रेफर किया गया है, जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। मिली जानकारी के अनुसार किसान निरंजन सिंह ने धरनास्थल पर पहुंचकर जहर खा लिया. वहां मौजूद आंदोलनकारी किसानों ने आनन-फानन में निरंजन सिंह को स्थानीय अस्पताल पहुंचाया, लेकिन यहां से उसकी हालत गंभीर देखते हुए उसे रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया गया। कृषि कानूनों के खिलाफ टीकरी बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसान अभी भी डटे हुए हैं. आज किसान आंदोलन का 26वां दिन है. किसानों और सरकार के बीच अगले दौर की बातचीत के आसार हैं। सिंघु बॉर्डर पर मौजूद किसान नेता सरकार से बातचीत को तैयार हो सकते हैं. सरकार की तरफ से जो पत्र भेजा गया है उसके बाद किसान नेताओं ने बैठक बुलाई है. इस बैठक में सरकार से बातचीत पर फैसला होगा.
दिल्ली के बुराड़ी के संत निरंकारी समागम ग्राउंड में किसानों का प्रदर्शन जारी है. किसान संयुक्त मोर्चा के रामपाल सिंह ने बताया, इस संघर्ष को तीन से चार महीने हो चुके हैं, पहले हमने ये संघर्ष पंजाब में लड़ा और अब दिल्ली में लड़ रहे हैं. जब तक ये कृषि कानून वापस नहीं होते हम नहीं जाएंग। पंजाबी गायक और ऐक्टर दिलजीत दोसांझ आज गाजीपुर बॉर्डर जाकर प्रदर्शन कर रहे किसानों से मिल सकते हैं. इससे पहले वह सिंघु बॉर्डर भी गए थे. दिलजीत ने आंदोलन कर रहे किसानों को एक करोड़ रुपये की मदद का ऐलान भी किया था। केरल के वित्त मंत्री थॉमस इसाक ने कहा कि केरल कैबिनेट ने फैसला लिया है कि 23 दिसंबर को बजट सेशन से पहले विधानसभा के स्पेशल सत्र के दौरान कृषि कानूनों पर चर्चा होगी और उन्हें रिजेक्ट किया जाएगा. केरल सरकार प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में है। कृषि कानूनों के खिलाफ टिकरी बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसान अभी भी डटे हुए हैं। कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन आज 26वें दिन भी जारी है. बीकेयू पंजाब के सचिव बलवंत सिंह ने बताया कि आज से यहां हर रोज 11 लोग भूख हड़ताल पर बैठेंगे. इस प्रकार हम बताना चाह रहे हैं कि सरकार हमारी मांग नहीं मान रही है और हम इस तरह से अपनी मांग मनवाएंग।
सिंघु बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में कलाकार भी उतर रहे हैं. मशहूर कव्वाल साबरी सूफी ब्रदर्स ग्रुप अपने अन्य कलााकारों के साथ सिंघु बॉर्डर पर रविवार को पहुंचे और किसान आंदोलन को समर्थन दिया।