मुख्तार अंसारी के करीबी पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह की हत्या

प्रखर लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में गैंगवार के दौरान मऊ जिले के पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। जबकि साथी मोहर सिंह को भी गोली लगी है लेकिन उसकी जान खतरे से बाहर है। बता दें कि
सुबे में योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद बाहुबली मुख्तार अंसारी और उसके गिरोह पर लगातार हमले हो रहे हैं एक तरफ जहां गैंगवार में उसके करीबीयों की हत्या हो रही है तो दूसरी तरफ उसके सहयोगियों के आर्थिक साम्राज्य को भी शासन मटियामेट करने पर आमादा दिखाई दे रहा है। गौरतलब है कि
पहले विकासनगर में पुष्पजीत उसके बाद गोमतीनगर में तारिक़,
फिर जेल में बंद मुन्नाबजरंगी और अब विभूतिखंड में अजीत सिंह की हत्या। प्रदेश की राजधानी में दिनदहाड़े की गई हत्या से इलाके में हड़कंप मच गया। अपराधियों ने इस घटना को राजधानी के विभूतिखण्ड थाना क्षेत्र के पॉश इलाके कठौता चौराहे पर अंजाम दिया है। बतादें कि मृतक अजीत सिंह कई वारदातों में नामजद था।
पुलिस के मुताबिक देर शाम करीब 9 बजे कठौता चौराहे से 50 मीटर की दूरी पर फायरिंग की सूचना मिली। मौके पर पहुंची पुलिस ने घटना में घायल अजीत सिंह और उसके साथी मोहर सिंह को लोहिया अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने अजीत सिंह को मृत घोषित कर दिया। लखनऊ के पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने घटना के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि रात को तकरीबन 8:30 से 9:00 के बीच विभूति खंड थाना क्षेत्र के अंतर्गत कठौता झील के पास घटना हुई है। मृतक का नाम अजीत सिंह उर्फ लंगड़ा है। पुलिस ने बताया कि अजीत वर्तमान में ब्लॉक प्रमुख नहीं है।इनकी पत्नी फिलहाल ब्लॉक प्रमुख हैं। पुलिस ने बताया कि अजीत सिंह माफिया और क्रिमिनल है, जिसके खिलाफ 17-18 मुकदमे दर्ज हैं। सिंह पर 5 मुकदमा मर्डर का दर्ज है। हाल ही में उसे जिला मैजिस्ट्रेट के आदेश पर जिला बदर किया गया था। पुलिस के अनुसार इस हत्याकांड में तकरीबन 25 से 30 राउंड फायरिंग की गई है। 0.32 और 9 एमएम बोर की गोली मौके से मिली है। अजीत सिंह की हत्या को विधायक शिबू सिंह हत्याकांड से जोड़कर देखा जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक अजीत सिंह मऊ जिले के मुख्तार अंसारी का बहुत क़रीबी था। दर्जनों अपराधिक मामलो मे अजीत सिंह लिप्त था। आज़मगढ़ के एक बाहुबली पर हत्या कराने का शक जाहिर किया गया है। राजधानी लखनऊ में हुई इस हत्याकांड ने एक बार फिर पुलिस महकमे को कटघरे में खड़ा कर दिया है। प्रदेश को अपराध मुक्त करने के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दावे को एक बार फिर इन अपराधियों ने खुली चुनौती राजधानी लखनऊ में दी है।