देश में अब तक 2,24,301 लोगों को दी गई कोविड-19 की वैक्सीन- स्वास्थ्य मंत्रालय


स्वास्थ्यकर्मी को लगा था पहला टीका

प्रखर नई दिल्ली। देश में शनिवार से विश्व के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान की शुरुआत हुई जिसमें पहले दिन 2 लाख से ज्यादा लोगों का वैक्सीनेशन किया गया. स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि रविवार को छह राज्यों में टीकाकरण किया गया. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड-19 टीकाकरण की जानकारी देने के लिए आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि रविवार को आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, कर्नाटक, केरल, मणिपुर और तमिलनाडु में 553 सत्र में 17,072 लोगों का टीकाकरण किया गया. उन्होंने बताया कि अब तक 2 लाख 24 हजार 301 लोगों को टीका लग चुका है. मंत्रालय की ओर से जानकारी दी गई कि पहले दिन 2 लाख 7 हजार 229 लोगों को टीका लगा था जो कि दुनिया में सबसे अधिक आंकड़ा है. स्वास्थ्य मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव डॉ मनोहर अगनानी ने कहा कि भारत में अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस की तुलना में एक दिन में सबसे अधिक वैक्सीन लगाई गईं. मंत्रालय की ओर से बताया गया कि शनिवार को जिन लोगों का टीकाकरण किया गया था उनमें से 447 लोगों ने असहज महसूस किया था जिसमें से तीन लोगों को अस्पताल में भर्ती करना पड़ा था. इन तीन लोगों में से अब सिर्फ एक व्यक्ति को निगरानी के लिए अस्पताल में रखा गया है। बता दें, शनिवार को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान की शुरुआत पर अस्पताल के एक सफाईकर्मी मनीष कुमार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन की उपस्थिति में कोविड​​-19 का पहला टीका लगाया गया. इसके साथ ही मनीष देश की राजधानी में टीका लगवाने वाले पहले शख्स बन गए. देश में टीकाकरण अभियान शुरू होने के पहले दिन स्वास्थ्यकर्मियों के साथ-साथ एम्स दिल्ली के निदेशक रणदीप गुलेरिया, नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल, भाजपा सांसद महेश शर्मा और पश्चिम बंगाल के मंत्री निर्मल माजी उन लोगों में शामिल रहे जिन्हें टीके की पहली खुराक दी गई. पॉल कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए चिकित्सा उपकरण एवं प्रबंधन को लेकर गठित अधिकार समूह के प्रमुख भी हैं. इस अभियान की शुरुआत से पहले राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि टीके की दो खुराक लेनी बहुत जरूरी हैं और इन दोनों के बीच लगभग एक महीने का अंतर होना चाहिए. उन्होंने टीका लेने के बाद भी लोगों से कोरोना संबंधी सभी दिशा-निर्देशों का पालन करने का आग्रह किया और दवाई भी, कड़ाई भी का मंत्र दिया।