5 साल में बनाए 100 करोड़, घर की लैब में बनाते थे ड्रग्स

प्रखर एजेंसी। अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के भाई अनीस इब्राहिम का करीबी आरिफ भुजवाला को आखिरकार नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरों ने महाराष्ट्र के रायगढ़ से गिरफ्तार कर लिया है। पिछले बुधवार को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरों के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े की टीम ने मुंबई के डोंगरी इलाके की एक बिल्डिंग में गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी की थी। सूचना मिली थी कि यहां से बड़े पैमाने पर ड्रग्स की सप्लाई की जाती है। ऐसे में जब रेड मारी गयी तो 2 करोड़ 18 लाख रुपये के साथ भारी मात्रा में अलग-अलग प्रकार के ड्रग्स बरामद हुए। छब्ठ ने मुंबई और आसपास के इलाकों में कई छापेमारी की, जहां गैंगस्टर करीम लाला के करीबी रिश्तेदार चिंटू पठान का गिरफ्तार किया। लेकिन डोंगरी में आरिफ के घर की गई छापेमारी की भनक आरिफ भुजवाला को लग गई और वह घटनास्थल से भागने में कामयाब हो गया। इसकी तलाश छब्ठ को थी। उसके खिलाफ लुक आउट नोटिस भी जारी किया, जिससे कि वह देश छोड़कर भागने न पाए। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरों ने ड्रग्स माफियों पर लगातार नकेल कस रही हैं। एक्टर सुशान्त सिंह राजपूत की सुसाइड मिस्ट्री में ड्रग एंगल सामने आने के बाद से ही लगातार बड़ी कार्रवाई की जा रही। इसी कड़ी में बॉलीवुड ड्रग एंगल की जांच का दायरा भी लगातार बढ़ता जा रहा, जो अब अंडरवर्ल्ड तक जा पहुंचा है। छब्ठ ने बुधवार को अंडरवर्ल्ड माफिया (मृतक) करीम लाला के करीबी रिश्तेदार चिंकू पठान को जब गिरफ्तार किया तो आरिफ भुजवाला का नाम पहली बार सामने आया। जब इसकी तलाश में मुंबई के डोंगरी इलाके में स्थित नूर मंजिल नामक इमारत में छापेमारी की तो बड़ी ड्रग की खेप और करोड़ो रुपये कैश के साथ बरामद हुई, लेकिन आरिफ पीछे की खिड़की से भागने में सफल हो गया। छब्ठ की टीम ने जब इस बिल्डिंग की चैथी मंजिल पर रेड डाली तो अधिकारियों की आंखे खुली की खुली रह गई, क्योंकि आरिफ ने ड्रग्स बनाने का पूरा लैब बनाया था, जोकि डोंगरी पुलिस स्टेशन से महज कुछ सौ मीटर ही दूर था। भले ही आरिफ भागने में कामयाब हो गया, लेकिन यहां से 12 किलो ड्रग्स के साथ 2.18 करोड़ कैश बरामद हुए। छब्ठ सूत्रों के मुताबिक, आरिफ ने 1500 करोड़ रुपये की कमाई ड्रग्स के सप्लाई करके की है। मिली जानकारी के मुताबिक, यह देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी ड्रग की सप्लाई करता और हवाला के जरिये कमाए गए पैसे को दुबई में बैठे अपने बॉस को पहुंचाता था। आरिफ भुजवाला कोलंबिया के सबसे बड़े ड्रग माफिया पाब्लो एस्कोबार से काफी प्रभावित था और उसी की तरह बड़ा माफिया बनना चाहता था। यही वजह है कि इसने खुद के घर में ही ड्रग्‍स लैब बनाकर रखी थी। छब्ठ सूत्रों के मुताबिक, इसने खुद का नाम तक पाब्लो एस्कोबार रख लिया था। ड्रग्स का बिजनेस करने के दौरान भी खुद का परिचय भी पाब्लो के नाम से देता। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरों के अधिकारियों को जांच में पता चला है कि आरिफ ने कम समय में सैंकड़ों करोड़ रुपये बनाए। यह एक किलो डक् ड्रग बनाने के लिए 1 लाख रुपये तक खर्च करता, जिसके बाद पेडलर्स के जरिये इसको 8 से 10 लाख रुपये में बेचता। ड्रग्स को बनाने से लेकर पैकेजिंग तक खुद करता और फिर मार्किट में बिकवाता था।