पूर्वांचल के लाल मशहूर कृषि वैज्ञानिक चंद्रशेखर सिंह को पद्मश्री सम्मान

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प्रखर वाराणसी। साल 2021 के पद्म पुरस्कारों की घोषणा हो चुकी है । इसी कड़ी में पूर्वांचल की मिट्टी के लाल मशहूर कृषि वैज्ञानिक चंद्रशेखर सिंह को कृषि के क्षेत्र में कार्य करने के लिए पद्मश्री पुरस्कार से नवाजा गया है। बता दें कि वाराणसी के टांडिया जक्खिनी में 1957 में पैदा हुए चंद्र शेखर सिंह ने गोरखपुर विश्वविद्यालय से एलएलबी की पढ़ाई की है। लेकिन उन्होंने वकालत की जगह कृषि को प्राथमिकता दिया और अपने प्रयोगों से इन्होंने गेहूं और धान की दर्जनों प्रजातियां विकसित किया है । बता दें कि इनके नाम से अब तक धान के बीज की तीन प्रजातियों और गेहूं के बीज की एक प्रजाति का पेटेंट हो चुका है। इसके अलावा गेंहू और धान की दर्जनों प्रजातियों पर अभी भी लगातार प्रयोगशाला में प्रयोग चल रहा है। चंद्रशेखर सिंह की उपलब्धियों को देखते हुए भारत सरकार ने इन्हें पद्मश्री से सम्मनित करने का फैसला लिया है। काशी धरती के अग्रणी , विकाससील अन्नतादा चंद्रशेखर सिंह को पद्मश्री अलंकरण मिलने पर पूर्वांचल के लोगों में हर्ष व्याप्त है । एक तरफ जहां देश में किसान आंदोलन के नाम पर सरकार को घेरने का काम किया जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ किसान चंद्रशेखर सिंह का पद्मश्री से अलंकृत होना सरकार की नियत को साफ कर रहा है। बता दें कि चन्द्रशेखर सिंह ने अपने कृषि प्रयोगों से तमाम प्रजातियों को विकसित करने का काम किया है। उन प्रजातियों के सहारे पूर्वांचल ही नहीं अपितु देश और विदेश के हजारों किसान लाभान्वित हो रहे हैं।