इजराइली दूतावास के पास धमाका, एनआईए जांच में
प्रखर नई दिल्ली/एजेंसी। देश की राजधानी दिल्ली में स्थित इजरायली दूतावास के पास शुक्रवार को हुए धमाके से कुछ देर के लिए अफरातफरी की स्थिति बन गई। विस्फोट स्थल विजय चैक से करीब डेढ़ किमी की दूरी पर है जहां इस समय बीटिंग रिट्रीट समारोह के चलते राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और उपराष्ट्रपति मौजूद हैं. डीसीपी सेंट्रल सिंघल के अनुसार, यह मामूली विस्फोट था और कोई भी घायल नहीं हुआ है. चार-पांच कारों को विस्फोट के कारण नुकसान पहुंचा है. स्पेशल सेल की टीम मौके पर पहुंच गई है। वीडियो वायरल जानकारी के अनुसार, फायर डिपाटमेंट को शाम 5.11 बजे अब्दुल कलाम रोड पर विस्फोट की सूचना मिली. इस क्षेत्र में इस समय बड़ी संख्या में पुलिसबल पर मौजूद है और एरिया की घेराबंदी कर दी गई है. सूचना मिलते ही तीन फायरटेंडर और दिल्ली पुलिस मौके पर पहुंची. विस्फोट के कारण नजदीक के चार पहिया वाहनों के शीशे टूट गए हैं. शुरुआती जांच से ऐसा लगता है कि सनसनी पैदा करने के लिए इस विस्फोट को अंजाम दिया गया. राहत की बात यह रही कि इससे न कोई घायल और न ही संपत्ति को नुकसान पहुंचा है.गौरतलब है कि फरवरी 2012 में हुए विस्फोट में इजरायली राजदूत की कार को नुकसान पहुंचा था। सुरक्षा कारणों से इलाके को चारो ओर से घेर लिया गया है। एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक शाम करीब पौने 6 बजे फोन पर ब्लास्ट की खबर मिली। ये बम ब्लास्ट है। हालांकि बताया जा रहा है कि ये लो इंटेंसिटी का बम था। इससे किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। बम निरोधक दस्ता भी मौके पर पहुंच गया। गुलदस्ते में रखा गया था बम, बताया जा रहा है कि ये आईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्प्लोसिव डिवाइस) था जिसे ट्रेस करना काफी मुश्किल होता है। अक्सर नक्सल इलाकों में होने वाले धमाकों में आईडी का इस्तेमाल नक्सली करते हैं। हालांकि ये जानकारी प्राथमिक है और इसकी अभी पुष्टि नहीं हुई है। ब्लास्ट के पास मौके से एक बोतल मिली है जिसमें कोई संदिग्ध केमिकल मिला है। इसकी जांच की जा रही है। वर्ष 2012 में भी इजरायली दूतावास के पास ही बम ब्लास्ट हुआ था। इस ब्लास्ट में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। शुक्रवार को जहां बीटिंग द रिट्रीट कार्यक्रम हो रहा है। इस कार्यक्रम स्थल से कुछ ही दूरी पर ब्लास्ट हुआ है। इसके अलावा बजट सत्र की शुरूआत हो रही है। ऐसे में बम ब्लास्ट की घटना राजधानी की सुरक्षा पर सवालिया निशान लगा रहा है। डॉ एपीजे अब्दुल कलाम आजाद रोड और इसके आसपास का इलाका काफी वीवीआईपी और सेंसिटिव माना जाता है।