समूह ग का कर्मचारी बन बैठा अधिकारी

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प्रखर वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहाँ सम्पति अधिकारी का पद समूह ग के अंतर्गत आता है,लेकिन सम्पति अधिकारी को बकायदे वातानुकूलित चेम्बर सहित इनके अधीन 1 लिपिक और 2 चपरासी को भी रखा गया है।अब यक्ष प्रश्न यह है कि जो खुद तृतीय श्रेणी का कर्मचारी हो वह अधिकारी जैसा रुतबा कैसे रख सकता है।जहाँ विश्वविद्यालय के अधिकारियों को ए सी चेम्बर मयस्सर नहीं हैं वहां एक तृतीय श्रेणी का कर्मचारी इन सबों का अविधिक लाभ ले रहा है।आरटीआई एक्टिविस्ट एवँ पत्रकार सुधांशु कुमार सिंह ने कुलसचिव महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ से प्राप्त सूचना के आधार पर शासन को लिखित रूप से सम्पति अधिकारी एस एन सिंह पर कार्यवाही करने हेतु पत्र लिखा है ,सम्पति अधिकारी के दबदबा का आलम यह है कि जो फाइलें सहायक कुलसचिव के माध्यम से कुलसचिव के समक्ष प्रस्तुत होनी चाहिए उन फाइलों को सीधे सम्पति अधिकारी कुलसचिव से डील करते हैं, जो पूर्णतया अविधिक है।साथ ही इनको प्राप्त वीआईपी सुविधा वापस लेते हुए अन्य समूह ग के कर्मचारियों की तरह कार्य कराने की मांग की है।