हिचकिये मत मदद मदद मांगिये वानर सेना तैयार है- पार्ट 1

– मानवता के देवदूतों ने आपातकाल में संभाला मोर्चा

– संयोजक अजित सिंह समाज को दे रहे बड़ा संदेश

प्रखर वाराणसी। “संकट में जो काम आए उस से बड़ा कोई शुभचिंतक नहीं, मुश्किल में जो साथ निभाए उससे बड़ा कोई मानव नहीं” । यह काम इन दिनों महामारी के इस दौर में अजित सिंह की वानर सेना कर रही है। जी हां,वानर सेना आपने सही सुना, वानर सेना ने संकट के समय कभी प्रभु श्री राम के लिए रावण जैसे कभी ना जीते जाने वाले बलशाली योद्धा से युद्ध किया था और रावण को परास्त कर श्रीराम से किया वादा पूरा किया था। वही वानर सेना एक बार फिर मानव रूप में रावण जैसे अजेय योद्धा रुपी करोना महामारी से जूझने-लड़ने का बीड़ा उठाया है। मानवता के देवदूतों ने महामारी के इस खौफनाक मंजर के बीच खुले आम लोगों के साथ खड़े होकर उनके दुख में हाथ बटाने का फैसला लिया है। बस आप मदद मांगिए! पूरे हिंदुस्तान में कहीं ना कहीं कोई वानर सेना का देवदूत निकलकर आएगा और आपको मदद दिला कर, आश्वासन देकर,भरोसा देकर,अपने जिंदा होने का सबूत देगा और आपकी जिंदगी की जद्दोजहद में दो कदम आपके साथ चलेगा। बतादें कि
कोरोना महामारी के इस दौर में जहां एक तरफ खून के रिश्ते अपने उन बीमार जरूरतमंदों से दूरी बनाए हुए हैं जिनको सिर्फ संवेदना और सहारे की जरूरत है। लेकिन स्वार्थ की इस दुनिया में अपने हितों के लिए जहाँ लोगों ने अपने निजी संबंधों और रिश्तों की भी तिलांजलि दे दी है वहीं दूसरी तरफ सूचना क्रांति के इस दौर को सार्थक बनाते हुए प्रदेश भर के तमाम संवेदनशील मानवीय आत्माओं ने इस महामारी में भी खुद के जिंदा होने के भरोसे को मजबूती देते हुए उन कमजोर और लाचार लोगों के लिए एक वानर सेना का गठन किया है। बानर सेना बनाने की कल्पना और प्रेरणा समाज कल्याण विभाग में अधिकारी अजित सिंह की है। पूर्वांचल की मिट्टी ने तमाम विभूतियों को पैदा किया है उसी कड़ी में अब अजित सिंह का नाम जुड़ता जा रहा है। अपने व्यस्त पेशेवर जीवन के साथ-साथ सामाजिक जीवन में इतना बड़ा हस्तक्षेप कोई मानवीय संवेदना से भरे ह्रदय का स्वामी ही कर सकता है। जिस तरह से अजीत सिंह ने इस करोना काल में उन तमाम लोगों को इकट्ठा करने का प्रयास किया है जो उनकी तरह संवेदनशील हैं मानवता के प्रति, समाज के प्रति, अपने उन सामाजिक जिम्मेदारियों के प्रति जो उन्हें विरासत में मिली हुई हैं । इस बानर सेना में आपको पश्चिम बंगाल से लेकर पंजाब तक केरला से लेकर के कश्मीर तक तमाम ऐसे जगहों पर वानर सेना के रूप में देवदूत आप के साथ खड़े होंगे जिन्हें आप जानते तक नहीं हैं । जो सिर्फ एक अपील और मदद की गुहार पर आपके लिए मदद जुटाने की जद्दोजहद में जुट जाते हैं और उसे एक मिशन की तरह पूरा करते हुए खुद के मानव होने का सबूत देते हैं। कोरोना काल पहले खंड में वानर सेना की परिकल्पना अजित सिंह ने की तमाम लोग इससे सीधे जुड़ते चले गये। इस बानर सेना में अधिकारी से लेकर बेरोजगार तक उद्योगपति से लेकर परचून वाले तक जुड़े हुए हैं । देश में एक तरफ जहां बुद्धिजीवियों की बड़ी जमात सरकार की आलोचना में जुटी हुई है और उसे इस व्यवस्था में तमाम खामियां नजर आ रही हैं । वहीं दूसरी तरफ वानर सेना एक दूसरे के सहयोग और सहायता से तमाम मुश्किलों को हराने के लिए प्रतिबद्ध हैं। सरकार और व्यवस्था की आलोचना होती रहेगी आओ पहले मिलकर इस महामारी को हराएं ।