नेशनल हाईवे पर दो कारों के बीच टक्कर की सूचना पर पहुंची पुलिस को मिली 4 करोड़ की हीरोइन

प्रखर एजेंसी। नेशनल हाईवे पर फतेहगंज पूर्वी में दो कारों की टक्कर के बाद एक कार में सवार चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। वहीं, टक्कर मारने वाली एसयूवी में सवार लोग कार छोड़कर भाग गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को अस्पताल भिजवाने के बाद एसयूवी का मुआयना किया। सबकुछ ठीक-ठाक मिला। 
पुलिस गाड़ी को खिंचवाने की तैयारी में ही थी कि एक पुलिसकर्मी को कार की स्टेपनी चेक करने की बात सूझी। स्टेपनी खोलकर देखी तो सभी दंग रह गए। उसके अंदर से चार किलो 110 ग्राम हेरोइन बरामद हुई। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत कई करोड़ रुपये बताई जा रही है। फतेहगंज पूर्वी में नेशनल हाईवे पर ग्लोरियस डिग्री कॉलेज के सामने अल सुबह लखनऊ की ओर से आ रही एक स्कॉर्पियो कार पशुओं के झुंड से टकरा गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार रॉन्ग साइड में जाकर बरेली की ओर से आ रही सेंट्रो कार से टकरा गई। सेंट्रो में चार लोग थे जो हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए। टक्कर के बाद आस-पास के लोग बचाने दौड़ पड़े। लोगों ने बताया कि टक्कर के बाद स्कॉर्पियो सवार लोग अपनी एसयूवी से कुछ निकालने की कोशिश कर रहे थे मगर आक्रोशित भीड़ को आता देख उन्होंने दौड़ लगा दी और वहां से भाग गए। इधर सेंट्रो में फंसे घायलों को लोगों ने वाहनों से बरेली भेजा। इतने में पुलिस भी पहुंच गई। पुलिस ने कारों का मुआयना किया। स्कॉर्पियो में पहले तो पुलिस को कुछ भी अजीब नहीं लगा और क्रेन मंगाकर कारें खिंचवाने की तैयारी करने लगी। इसी बीच एक सिपाही की नजर स्टेपनी पर पड़ गई। स्टेपनी का कुछ हिस्सा उठा हुआ था जिसको हटाकर देखा गया तो पाउडर से भरे कई पैकेट निकले। दरोगा सतेंद्र सिंह व कांस्टेबल सरताज ने प्रभारी निरीक्षक को सूचना दी। पुलिस गाड़ियों को थाने ले गई। बाद में जांच कराई गई तो पाउडर जैसे पदार्थ के पैकेट हेरोइन के निकले। कार से बरामद कई पहचान पत्रों के आधार पर पुलिस ने तीन तस्करों की पहचान करके मुकदमा दर्ज कर लिया है। आरोपियों की तलाश की जा रही है। वहीं, दूसरी कार में घायल हुए चारों लोगों का बरेली के अस्पताल में इलाज चल रहा है। चार करोड़ बताई जा रही हेरोइन की अंतरराष्ट्रीय कीमत
फतेहगंज पूर्वी पुलिस दोपहर तक मामले को हल्का समझ रही थी। प्रभारी निरीक्षक विजय कुमार ने बताया कि कार से मिले पाउडर की जांच कराने के लिए बरेली से फोरेंसिक टीम बुलाई। परखनली में लेकर जांच की गई तो हेरोइन की पुष्टि हुई। पुष्टि होते ही पुलिस की आंखों में बड़े मामले के खुलासे की चमक आ गई। प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि चार किलो 110 ग्राम हीरोइन बरामद हुई है। इसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत चार करोड़ से भी ज्यादा है। तस्करों की तलाश में लगातार दबिश दी जा रही है।
राहगीरों की वजह से पुलिस के हाथ लगी चार करोड़ की हेरोइन
पुलिस को चार करोड़ की हेरोइन हाथ लगने में राहगीरों का सहयोग भी सबसे अहम रहा है। यदि हादसे के तुरंत बाद राहगीर न दौड़ पड़ते तो तस्कर अपनी कार से हेरोइन के पैकेट निकालकर भाग जाते। टक्कर के बाद तस्करों ने सबसे पहले पैकेट निकालने का ही काम शुरू किया था मगर राहगीरों ने इतना मौका ही नहीं दिया। जान जोखिम में देख तस्करों ने वहां से भागने में ही भलाई समझी। हेरोइन तो पुलिस के हाथ लग ही गई। तस्कर जल्दबाजी में अपने कई पहचान पत्र और ऐसे दस्तावेज भी कार में ही छोड़ गए जिससे पुलिस को तस्करों को चिह्नित करने में दिक्कत नहीं हुई।  हाईवे पर एक घंटे के बाद तक लगा रहा जाम  गाड़ियां हटवाने के बाद ही हाईवे पर आवागमन सुचारू हो पाया। हाईवे पर हुए हादसे के बाद कार में सवार लोगों में चीख-पुकार मच गई थी। ग्लोरियस डिग्री कॉलेज के चौकीदार अन्य लोगों को बुलाकर गाड़ी में फंसे लोगों को निकाला गया। कॉलेज के चेयरमैन डॉक्टर संजीव शर्मा, गगन शर्मा किसी काम से मौके पर पहुंचे थे उन्होंने लोगों को बाहर निकालने में सहयोग किया। रॉन्ग साइड में दोनों कारों की टक्कर के बाद हाईवे पर भीषण जाम लग गया। पुलिस ने क्रेन बुलवाकर दोनों कारों को हटवाया तब कहीं जाकर यातायात शुरू हो सका। 
ये लोग हुए घायल तस्करों की कार की टक्कर से सेंट्रो सवार बरेली के मोहल्ला शास्त्रीनगर निवासी गौरव सक्सेना, अनीता सक्सेना, बेटी समीक्षा व ड्राइवर भगवान स्वरूप गंभीर रूप से घायल हो गए। इन्हें इलाज के लिए बरेली भेज दिया गया। नई गाड़ियों से होती है मादक पदार्थ की तस्करी करोड़ों की तस्करी के धंधे में लगे तस्कर नई एसयूवी कारों से मादक पदार्थों की तस्करी करते हैं। पहले भी ऐसे कई मामले पकड़े गए जिनमें नई कारों से तस्करी हो रही थी। शनिवार को भी तस्करी एकदम नई एसयूवी कार से हो रही थी। पुलिस का मानना है कि तस्कर नई कारों का इस्तेमाल इसलिए करते हैं ताकि रास्ते में चलते वक्त पुलिस को शक न हो। फरीदपुर तहसील से देश भर में हो रही तस्करी मादक पदार्थों की तस्करी में फरीदपुर तहसील और फतेहगंज पश्चिमी काफी बदनाम है। यहां से देश भर में तस्करी के मामले पकड़े जा चुके हैं। दिल्ली और उत्तराखंड पुलिस हर महीने केस पकड़ती है। पढेरा व बेहरा आदि गांव में पुलिस छापेमारी करती रहती है। फिर भी धंधा कभी बंद नहीं हो पाता है। 
इन तस्करों पर मुकदमा दर्ज
पुलिस ने कार से कई एटीएम, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस बरामद किए हैं। इनमें ऐ महिला का ड्राइविंग लाइसेंस बरेली के पते से जारी किया हुआ भी है। उत्तराखंड की आरसी भी बरामद हुई है। तमाम दस्तावेजों के आधार पर पुलिस ने तस्करों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। मुकदमे में राजन बाबू पुत्र धनपाल निवासी गांव सालपुर नदिया, कटरा जिला शाहजहांपुर, नाजिर पुत्र पप्पू व बबलू पुत्र इकरार निवासी मोहल्ला भूरे खां गौटिया, मोहल्ला ऊंचा थाना फरीदपुर बरेली के नाम शामिल हैं। 
थाना फतेहगंज पूर्वी के प्रभारी निरीक्षक विजय कुमार ने कहा, ‘तीन लोगों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस तस्करों कि धरपकड़ में लगी है। मामले की गहन जांच की जा रही है।’