आक्सीजन की कमी हुई थी मगर एक सप्ताह में पीएम ने इसे दूर किया : नड्डा

प्रखर नयी दिल्ली। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान जब देश में आॅक्सीजन की कमी के मामले सामने आने लगे तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक सप्ताह के भीतर यह समस्या दूर की और लोगों तक आॅक्सीजन पहुंचाई। अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर में भाजपा के नवनिर्मित कार्यालय का उद्घाटन करने के बाद अपने संबोधन में नड्डा ने यह भी दावा किया कि जुलाई महीने से देश में कोविड-19 रोधी टीकों की प्रति माह छह से सात करोड़ खुराक का उत्पादन होने लगेगा और दिसंबर तक तकरीबन 19 कंपनियां टीकों की 200 करोड़ खुराक का उत्पादन कर लेंगी। कोविड-19 को शताब्दी की सबसे बड़ी और अकल्पनीय महामारी करार देते हुए नड्डा ने इससे हुई लोगों की मौत पर अफसोस जताया और स्वीकार किया कि देश में आॅक्सीजन की कमी हुई थी लेकिन इस कमी को पूरा करने में प्रधानमंत्री मोदी ने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने कहा, एक सप्ताह के अंदर आॅक्सीजन के लिए पूरी योजनाएं बनाकर और उन्हें अमली जामा पहनाया गया और लोगों तक आॅक्सीजन पहुंचाई गई। उन्होंने कहा, पिछले दिनों आॅक्सीजन की कमी हुई…प्रधानमंत्री ने एक सप्ताह के अंदर जल, थल और नभ यानी पानी में जहाज के माध्यम से, सड़कों पर ग्रीन कॉरिडोर बनाकर और ट्रेनों से तथा नभ में वायुयान से भी… आॅक्सीजन पहुंचाई और इस कमी को एक सप्ताह में दूर किया। ज्ञात हो कि अप्रैल-मई के महीने में देश के विभिन्न हिस्सों में आॅक्सीजन की कमी के कई मामले आए और इसकी वजह से राजधानी दिल्ली सहित देश के कुछ अन्य हिस्सों में कई लोगों की मौत भी हुई। इस कमी के मद्देनजर केंद्र सरकार को विभिन्न माध्यमों से विदेशों से आॅक्सीजन का आयात करना पड़ा था। नड्डा ने कहा कि पहले जहां देश में सिर्फ 900 मीट्रिक टन आॅक्सीजन का उत्पादन होता था वहीं अब इसका 9446 मीट्रिक टन उत्पादन हो रहा है। टीकाकरण अभियान का उल्लेख करते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि भारत में अप्रैल महीने में ही टीकों की प्रक्रिया आरंभ हुई और जनवरी तक महज नौ महीने में देश में दो-दो टीके उपलब्ध कराए गए। उन्होंने कहा कि ऐसा तब हुआ जब विपक्षी दलों ने इस अभियान को लेकर लगातार सवाल खड़े किए और उसे पटरी से उतारने की कोशिश की। नड्डा ने कहा, ह्यह्यआज कोविड-19 रोधी टीकों का उत्पादन एक करोड़ खुराक प्रति माह हो रहा है और जुलाई-अगस्त महीने में उत्पादन बढ़कर 6-7 करोड़ खुराक प्रति माह हो जाएगा। यह भी आशा है कि सितंबर महीने तक यह उत्पादन 10 करोड़ खुराक प्रति माह हो जाएगा। दिसंबर तक लगभग 19 कंपनियां 200 करोड़ खुराक का उत्पादन करेंगी। यह रोडमैप है टीकाकरण का। दिसंबर तक टीकाकरण पूरा हो जाने की उम्मीद है। उन्होंने दावा किया कि विकसित देशों के मुकाबले भारत में सबसे तीव्र गति से टीकाकरण अभियान चल रहा है।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि 2014 से पहले पूर्वोत्तर के राज्यों की लगातार अनदेखी की गई लेकिन जब से मोदी प्रधानमंत्री बने हैं तब से पूर्वोत्तर के राज्य विकास की मुख्यधारा में शामिल हुए हैं। उन्होंने कहा, पूर्वोत्तर के राज्य पहले उग्रवाद, नाकेबंदी, हथियार, भ्रष्टाचार और साम्प्रदायिक तनाव के लिए जाने जाते थे लेकिन आज ये राज्य संपर्क, बुनियादी ढांचा विकास, खेलों, एक्ट-ईस्ट नीति और आॅर्गेनिक खेती के लिए जाने जाते हैं। यह तस्वीर प्रधानमंत्री मोदी ने बदली है। कोविड-19 की दूसरी लहर से निपटने के लिए अरुणाचल प्रदेश की भाजपा सरकार और भाजपा संगठन की ओर से चलाए गए कार्यक्रमों की सराहना करते हुए नड्डा ने उम्मीद जताई कि मुख्यमंत्री प्रेमा खांडू के नेतृत्व में राज्य विकास की नयी ऊंचाइयों को छुएगा। वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से आयोजित इस कार्यक्रम में ईटानगर से खांडू, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू, वरिष्ठ नेता तपिर गाव सहित अन्य कई नेता शामिल हुए।
पंजाब कांग्रेस में कलह दूर करने के लिए बनाई गई समिति ने सौंपी सोनिया गांधी को रिपोर्ट
चंडीगढ़। कांग्रेस की पंजाब इकाई में पिछले काफी दिनों से कलह जारी है। कलह को दूर करने के मकसद से गठित तीन सदस्यीय समिति ने गुरुवार को अपनी रिपोर्ट पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को सौंप दी। पार्टी के सूत्रों ने बताया कि राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता वाली इस समिति ने सोनिया को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। एक सूत्र ने बताया कि समिति ने रिपोर्ट सौंप दी है। अब कांग्रेस आलकमान जल्द ही कोई फामूर्ला तय करेगा ताकि पंजाब में कलह को खत्म किया जा सके। समिति ने हाल ही में मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह, पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू, कई मंत्रियों, सांसदों और विधायकों समेत कांग्रेस के पंजाब से ताल्लुक रखने वाले 100 से अधिक नेताओं से उनकी राय ली थी। खड़गे के अलावा कांग्रेस महासचिव और पंजाब प्रभारी हरीश रावत तथा दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जेपी अग्रवाल इस समिति में शामिल हैं। बता दें कि कुछ सप्ताह पहले मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और पार्टी नेता नवजोत सिंह सिद्धू के बीच तीखी बयानबाजी देखने को मिली थी। विधायक परगट सिंह और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कुछ अन्य नेताओं ने भी मुख्यमंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है।