योगी सरकार ने प्रदेश में चोरी की गाड़ी काटने वाले 11 बड़े कबाड़ियों पर लगाया गुंडा एक्ट करोड़ों की संपत्ति जप्त

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ऐसे ही वाराणसी में भी चोरी की गाड़ी काटने वाले कई कबाड़ी हैं सक्रिय

प्रखर एजेंसी। दिल्ली-एनसीआर में चोरी के वाहनों के लिए कुख्यात मेरठ के सोती गंज बाजार पर बड़ा पुलिस एक्शन हुआ है. मेरठ पुलिस ने चोरी के वाहनों की खरीद फरोख्त में लिप्त हाजी गल्ला और इकबाल समेत 11 बड़े कबाड़‍ियों पर गुंडा एक्ट के तहत कार्रवाई की है. पिछले 20 सालों से मेरठ के सोती गंज बाजार में वाहन चोरी और उन्हें खपाने का कारोबार खुलेआम चलता था, लेकिन योगी सरकार ने अब ऐसे वाहन चोर गैंग पर कार्रवाई का हंटर चला दिया है.
पुलिसिया कार्रवाई की जद में आए कबाड़ी में हड़कंप मच गया है. आनन-फानन में कबाड़ी अपने परिवार समेत फरार हो गए, जिसके बाद पुलिस ने कई जगह दबिश भी दी है लेकिन अभी तक इनमें से किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. दरअसल, चोरी के वाहनों को खपाने के लिए मेरठ का सोतीगंज बाजार पिछले 20 सालों से कुख्यात है. दो दशकों से पश्चिम उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि दिल्ली और आसपास के राज्यों में भी जो वाहन चोरी होते थे. उन्हें मेरठ के इसी बाजार में लाकर काट दिया जाता था और उनके स्पेयर पार्ट को दुकानों पर खुलेआम बेचा जाता था. चोरी के इस कारोबार में कबाड़ी अरबपति बन गए. पिछली सरकार में कुछ सफेदपोश नेताओं का भी संरक्षण उन्हें प्राप्त था, लेकिन योगी सरकार में अब कार्रवाई का दौर जारी है. पिछले 20 साल में मेरठ के इस बाजार पर इतनी बड़ी कार्रवाई कभी नहीं हुई, जिसके बाद वाहन चोरी और उसे खपाने के कारोबार में लिप्त मन्नू कबाड़ी पर कुर्की और गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई हो चुकी है. इसमें पुलिस ने एक करोड़ से ज्यादा की संपत्ति को कुर्क कर लिया. अब आपको बताते हैं कि कारोबार चलता कैसे हैं। बता दें कि मेरठ ही नहीं प्रदेश के वाराणसी और अन्य कई जिलों में भी इस तरह के कबाड़ी बड़ी मात्रा में चोरी की गाड़ियों को काटने का काम करते हैं और उन्हें अचानक काट कर गायब कर देते हैं। अब देखना यह है कि सरकार ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बड़े कबाड़ियों के ऊपर कार्रवाई की है तो वाराणसी के कबाड़ीयो के ऊपर कब कार्रवाई की जाती है। दरअसल, मेरठ के सोती गंज बाजार में पुरानी स्पेयर पार्ट्स की दुकानें हैं. मारुति से लेकर मर्सिडीज तक सभी गाड़ियों के स्पेयर पार्ट्स इस बाजार में मिल जाते हैं, लेकिन पुराने स्पेयर पार्ट बेचने की आड़ में चोरी के वाहन काट दिए जाते हैं और उनके स्पेयर पार्ट्स ऊंची कीमतों में बिक जाते हैं. चोर बाजारी के इस धंधे में पिछली सरकारों में पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगे, लेकिन सफेदपोश नेताओं और रुपयों की चकाचौंध में हमेशा इस बदनाम बाजार को चलने दिया, लेकिन अब कार्रवाई का दौर जारी है. सोतीगंज के चोर बाजार की रौनक ढल चुकी है. पिछले करीब 1 महीने की कार्रवाई में एक दर्जन से ज्यादा वाहन चोरी से जुड़े अपराधी जेल जा चुके हैं. इसके अलावा 50 से ज्यादा चोरी के वाहनों के इंजन और वाहनों के दूसरे पार्ट्स बरामद हुए हैं. पुलिस अधिकारियों की माने तो अभी कार्रवाई शुरू हुई है ऐसे सभी लोगों के लिए तैयार की जा रही है. जो चोरी और वाहनों को खपाने के धंधे में लिप्त हैं. सभी के खिलाफ कठोर कार्रवाई भी की जाएगी. पुलिस वाहन चोरों और कबाड़ी ओके इस मिले-जुले नेटवर्क को तोड़ने की तैयारी में है, जिसके लिए चार टीमें गठित की गई हैं हर टीम को अलग-अलग काम सौंपा गया है और ऐसे लोगों को चिन्हित करके उनके खिलाफ गुंडा एक्ट गैंगस्टर और कुर्की की कार्रवाई के लिए एक्शन प्लान तैयार किया जा रहा है.