उल्टा चोर कोतवाल को डांटे शिकायतकर्ता को कारण बताओ नोटिस

– जांच अधिकारी मामले को उलझाने में जुटे

– मामला खाद्य सचिव की जानकारी में

प्रखर चंदौली। धान क्रय केंद्रों पर भ्रष्टाचार को लेकर शिकायतकर्ता वीरेंद्र सिंह की शिकायत किया था जिसमें चंदौली जनपद के चहनिया धान क्रय केंद्र पर एक ही ट्रक से 1 दिन में 4 बार में 16 सौ बोरी धान को मिल पर भेजा गया था। इसके अलावा उसी गाड़ी ट्रक(UP62T-2078)से उसी दिन एफसीआई के गोदाम से चावल भी वितरण के लिए भेजा गया था। अब इस मामले में चंदौली के जिला खाद्य विपणन अधिकारी अनूप श्रीवास्तव ने शिकायतकर्ता को ही कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए सारे साक्ष्यों के साथ कार्यालय पर उपलब्ध होने का आदेश दिया है। जबकि शिकायतकर्ता ने सारे साक्ष्य पहले ही उच्चाधिकारियों को प्रेषित किया हुआ है , उन्हीं साक्ष्यों के आधार पर इस पूरे मामले में जांच शुरू की गई है। सवाल यह है कि आखिर जिला खाद्य विपणन अधिकारी अनूप श्रीवास्तव उल्टा चोर कोतवाल को डांटे वाली तर्ज पर शिकायतकर्ता पर बेवजह दबाव बनाने का कार्य क्यों कर रहे हैं।

बता दें कि इसके पहले प्रखर पूर्वांचल से बातचीत में जिला खाद्य विपणन अधिकारी चंदौली अनूप श्रीवास्तव ने बताया था कि इस मामले में जांच टीम गठित कर दी गई है और जल्द ही इस पूरे मामले पर जांच रिपोर्ट आ जाएगी। अब बड़ा सवाल यह है कि आखिर शिकायतकर्ता को कारण बताओ नोटिस भेजने का आखिर मकसद क्या है? बतादें कि ट्रक मालिक राजेश गुप्ता ने शपथ पत्र देकर कहा मेरे ट्रक से कोई भी ढुलाई नहीं की गयी है। जबकि इस ट्रक का फर्जी बिल भुगतान के लिए लगाया गया था।पूरा मामला सामने आने के बाद संबंधित अधिकारी लगातार लीपापोती करने में जुटे हुए हैं। सवाल यह है कि आखिर ठेकेदार को अधिकारी बचाना क्यों चाहते हैं? क्या उनका कोई निजी स्वार्थ उनसे छुपा हुआ है या फिर ठेकेदार के पास इन अधिकारियों के भ्रष्टाचार के राज मौजूद हैं। जिसके खुलने के डर से ये अधिकारी पूरे मामले को उलझाए रखना चाहते हैं।