चित्रकार डॉ. राज कुमार सिंह व राजीव गुप्ता ने गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड बुक में दर्ज करवाया अपना

प्रखर डेस्क। प्रतिभा और इच्छा शक्ति एक ऐसी चीज है जिसके बल पर किसी भी असाध्य कार्य को साधा जा सकता है यह बात प्रख्यात चित्रकार व कला शिक्षक डॉ. राज कुमार सिंह और चित्रकार राजीव कुमार गुप्ता पर सटीक बैठती है। इन दोनों युवा चित्रकारों ने अपनी पेन्टिंग को गिनीज बुक में दर्ज कराकर वर्ल्ड रिकार्ड बनाया है। जहाँ कोरोना के कारण पूरा देश अस्त-व्यस्त और परेशान है वहीं सम्भावना कला मंच, गाज़ीपुर के संयोजक व डॉ. एम. ए. अंसारी इण्टर कालेज, यूसुफपुर के कला शिक्षक डॉ. राज कुमार सिंह व एम. जे. आर. पी. पब्लिक स्कूल, गाज़ीपुर के कला शिक्षक राजीव कुमार गुप्ता ने अपनी पेन्टिंग के साथ अपना नाम गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड बुक में दर्ज कराकर गाज़ीपुर जिले को गौरवांवित किया है। यह रिकार्ड 2 मई 2021 को गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड ऑनलाइन ऑफिशियल अटेम्प्ट में फेसबुक पर 1 घण्टे में सर्वाधिक कलाकारों की लाइव पेन्टिंग बनाते चित्र अपलोड करके बनाया गया है। संस्था के द्वारा कोरोनाकाल में सकारात्मक सोच को बढ़ावा देने के लिये विश्व भर से 112 देशों से 797 आर्टिस्ट की सहभागिता का रिकार्ड बनाया गया। डॉ. राज कुमार सिंह अपने नगर में कला गुरु के रूप में भी प्रख्यात हैं जिनके कई सारे शिष्य कला के क्षेत्र में देश के कई जाने-माने विश्वविद्यालयों से कला की आगे की शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं और कई छात्र समकालीन कला जगत में शिक्षक व स्वतन्त्र कलाकार के रूप में कार्य कर रहे हैं। इन्हीं के शिष्य राजीव गुप्ता भी हैं जिन्होंने इससे पहले भी कई सारे राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं। डॉ. राज कुमार सिंह कला के क्षेत्र में निरन्तर अग्रणी योगदान देते आ रहे हैं। साथ ही साथ भावी पीढ़ी को संवारने और निखारने में अहम भूमिका निभाते चले आ रहे हैं। उनका नाम उनकी क़ाबिलियत उनके शिष्यों में भी कूट कूट कर भरी हुई है। डॉ. राज कुमार सिंह और राजीव कुमार गुप्ता अपने कलाकारों के साथ सम्भावना कला मंच के नाम से विभिन्न कार्यक्रमों और कला प्रदर्शनीयों तथा कला वर्कशॉप को आयोजित करते रहे हैं। जहाँ हर एक कलाकार की सृजनशीलता को कला की दुनिया में उड़ने के लिए उर्जा मिलता रहा है। इसी सृजनशीलता के परिणाम स्वरूप ही कला के क्षेत्र में गुरु और शिष्य एक साथ ढ़ेरसारी कला प्रदर्शनीयों एवं कला के प्रतिष्ठित पुरस्कारों को अपने नाम कर चूके हैं। डॉ. राज कुमार सिंह साहित्य और कला की प्रतिष्ठित पुरस्कार राधिका देवी लोक सम्मान जैसे दर्जनों पुरस्कारों से सम्मानित हो चूके हैं। इनका मानना है कि यदि हम किसी भी कार्य को लगन, मेहनत और ईमानदारी से करते हैं तो अवश्य ही सफलता मिलती है जिसका परिणाम यह अवार्ड है। यह अवार्ड हमारे कलाकारों के साझी संस्कृति और सहयोग को समर्पित है जिसके बदौलत मैं यह कार्य करने में सफलता प्राप्त कर सका। राजीव कुमार गुप्ता, राजा रविवर्मा पुरस्कार, मध्य प्रदेश, रिसर्च एक्सिलेंट अवार्ड बैंगलोर, रेड डाईमण्ड एचीवर अवार्ड जैसे कई राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय कला पुरस्कारों को प्राप्त कर चूके हैं । राजीव का मानना है कि हमारी उर्जा के स्रोत हमारी सामूहिकता है जहाँ एक कलाकार दूसरे को उर्जा पदान करता रहता है। हमारा उद्देश्य केवल रिकार्ड अपने नाम दर्ज करवाना नहीं बल्कि कला के क्षेत्र में गाजीपुर और सम्भावना कला मंच के कलाकारों के साथ जनपक्षीय कला को प्राथमिकता देना है। डॉ. राजकुमार सिंह व राजीव कुमार गुप्ता द्वारा गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड बुक में नाम दर्ज करवाने पर साहित्य और कला के विद्वानों के साथ सामाजिक संगठनों और विभिन्न सामाजिक व्यक्तियों ने अपनी खुशी व्यक्त की है और बधाईयाँ प्रेषित किये हैं। साहित्यकार डॉ. पी एन सिंह , हिन्दी के जाने माने साहित्यकार डॉ. प्रकाश उदय पाण्डेय, डॉ. बलभद्र सिंह, कला आलोचक राकेश कुमार दिवाकर, पूर्व विधायक सिवगतुल्लाह अंसारी, पूर्व सांसद जगदीश कुशवाहा, पूर्व ब्लॉक प्रमुख श्री रामायण सिंह यादव, सम्भावना कला मंच के संरक्षक श्री आलोक कुमार श्रीवास्तव, एम जे आर पी स्कूल के प्रबन्धक श्री राजेश कुशवाहा, श्री देवेन्द्र कुमार सिंह, प्रो. मंजुला चतुर्वेदी, डॉ. जयशंकर मिश्रा, श्री आनन्दी त्रिपाठी, श्री गोपाल जी यादव , राजेश राय पिन्टू साहित्य चेतना समाज के संस्थापक अमरनाथ अमर, डॉ. सूर्यनाथ पाण्डेय आदि ने कलाकार द्वय के इस उपलव्धि पर प्रसन्नता व्यक्त की। इस उपलब्धि से पूरे नगर में हर्षोल्लास का माहौल है।