निर्माणाधीन राजकीय मेडिकल कॉलेज के एडमिन बिल्डिंग का फ्रंट हिस्सा गिरा

शटरिंग के बाद ढलाई की चल रही थी तैयारी

काम कर रहे दो दर्जन श्रमिकों ने भागकर बचाई जान

एक पखवाड़े में दूसरी बार बड़ा हादसा होने से टला

प्रखर जौनपुर। निर्माणाधीन उमानाथ सिंह राजकीय मेडिकल कॉलेज सिद्दीकपुर का शुक्रवार की शाम एडमिन बिल्डिंग का फ्रंट हिस्सा निर्माण के दौरान भरभरा कर गिर गया।काम कर रहे करीब दो दर्जन श्रमिकों ने भाग कर अपनी जान बचाई। बिल्डिंग का हिस्सा गिरने से परिसर में अफरा-तफरी का माहौल हो गया।इस बात की भनक लगते ही जिला मुख्यालय से कुछ लोग मौके पर पहुंच गए।एक पखवाड़े में दूसरी बार एक बड़ा हादसा होने से टला है। जबकि पांच दिन पहले बिल्डिंग की एक दीवार गिरने से महिला मजदूर की बच्ची जख्मी हो गई थी। सिद्दीकपुर उमानाथ सिंह राजकीय मेडिकल कॉलेज की ओपीडी शासन-प्रशासन इसी अगस्त माह में शुरू करने की तैयारी में जुटा हुआ है। जिसके लिए जिलाधिकारी खुद कार्यों की मानिटरिंग कर रहे हैं।डीएम ने गुरुवार को निर्माणाधीन राजकीय मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया।और इस दौरान उन्होंने कार्यदाई संस्था से लेकर कंस्ट्रक्शन कंपनी को सख्त निर्देश दिया था कि कार्य में तेजी लाने से पहले गुणवत्ता में सुधार किया जाए।नहीं तो किसी भी हाल में जिम्मेदार को बख्शा नहीं जाएगा। लेकिन डीएम का निर्देश मेडिकल कॉलेज के निर्माण में लगी कंपनियां ठेंगे पर रखती हैं।इसीलिए तो गुणवत्ता की सुधार की दिशा में एक भी कदम नहीं उठाया जा रहा है। और एक के बाद एक हादसे होते जा रहे हैं। शुक्रवार की शाम मेडिकल कॉलेज की एडमिन बिल्डिंग का फ्रंट हिस्सा शटरिंग के बाद धलाई की तैयारी चल रही थी तभी भरभरा कर गिर गया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक काम में लगे दो दर्जन श्रमिकों ने भागकर अपनी जान बचाई। छज्जा गिरने से परिसर में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। भनक लगते ही जिला प्रशासन के लोग भी मौके पर पहुंच गए।14 अगस्त की दोपहर ओपीडी के चतुर्थ तल पर एक महिला श्रमिक अपनी डेढ़ वर्ष की पुत्री को लेकर कार्य कर रही थी तभी भरभरा कर एक 10 फीट ऊंची दीवार गिर गई जिसमें दबकर बच्ची जख्मी हो गई आनन-फानन में ले जाता निजी चिकित्सक के यहां उपचार कराया। और जिम्मेदार लोगों ने मामले को दबा दिया। विगत एक वर्ष में इस तरह की घटना अनगिनत बार हुई। जिसे मानक की अनदेखी सबसे बड़ी वजह मानी जा रही है।