अतुल राय रेप केस मामला! एसआईटी जांच रिपोर्ट में पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर दोषी, गिरफ्तार

कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा

प्रखर लखनऊ/वाराणसी। अतुल राय रेप केस मामले में पीड़ित लड़की और उसके साथी द्वारा आत्महत्या के प्रयास के उपरांत दिल्ली के राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल में मौत के बाद मामला दिनों- दिन तूल पकड़ता जा रहा है। वाराणसी के तमाम पुलिस अधिकारियों पर जांच की सुई लटकती जा रही है। सबसे पहले मामले में पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर को लखनऊ पुलिस ने रेप पीड़िता को आत्मदाह के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार किया है। जानकारी के अनुसार पूर्व आईपीएस पर कार्रवाई एसआईटी जांच की रिपोर्ट के आधार पर की गई है। इससे पहले मंगलवार को पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर और वाराणसी के तत्कालीन एसएसपी आईपीएस अमित पाठक से जांच समिति ने पूछताछ की थी। बताते चले कि इस जांच समिति में डीजी आरके विश्वकर्मा और एडीजी मीरा रावत शामिल हैं। मालूम हो कि बसपा सांसद अतुल राय पर रेप का आरोप लगाने वाली लड़की ने अपने साथी के साथ पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट के गेट के बाहर आत्मदाह का प्रयास किया था। जिसके बाद वहां पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें बचाकर हॉस्पिटल में भर्ती कराया। इलाज के दौरान पहले पीड़िता के साथी सत्यम की मौत हुई, उसके बाद पीड़िता प्रिया की भी मौत हो गई। आत्मदाह से कुछ देर पहले दोनों ने फेसबुक लाइव करते हुए वाराणसी व प्रदेश के कई पुलिस अफसरों समेत कुछ अन्य लोगों पर परेशान करने और दबाव बनाने का आरोप लगाया था। मूल रूप से बलिया जिले की रहने वाली पीड़िता वाराणसी के यूपी कॉलेज की छात्रा थी। उसने फेसबुक लाइव में वाराणसी के तत्कालीन एसएसपी रहे अमित पाठक, तत्कालीन सीओ भेलुपुर अमरेश सिंह बघेल, दरोगा संजय राय समेत अन्य पर सांसद को बचाने और उसे परेशान करने का आरोप लगाया था। शुक्रवार को पुलिस ने अमिताभ ठाकुर को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। बता दें कि उनकी गिरफ्तारी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें उन्हें यूपी पुलिस जबरदस्ती गाड़ी में बैठा रही है और वह चिल्ला चिल्ला कर कह रहे हैं कि मुझे एफआईआर की कॉपी दिखाओ लेकिन पुलिस सिर्फ रिक्वेस्ट करके उन्हें गाड़ी में बैठा कर ले जाती है। बताया जा रहा है कि कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। अमिताभ ठाकुर 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी रहे है, अमिताभ ठाकुर मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं। लगातार उनका करियर काफी विवादों से घिरा रहा। वह कई जिलों में एसपी पड़ पर तैनात भी रहे है। बतादे कि कुछ समय तक अमिताभ ठाकुर नेशनल आरटीआई फोरम के संस्थापक भी रहे हैं। उनकी पत्नी भी एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं। साल 2015 में अमिताभ ठाकुर ने उस वक्त सुर्खियों में आये थे, जब पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव पर धमकी देने का आरोप लगा दिया था। वह सर्विस में रहते हुए लगातार सरकारों के खिलाफ मुखर रहे। सरकार द्वारा उन्हें इसी वर्ष जबरन रिटायर कर दिया गया है। कुछ दिनों पूर्व अमिताभ ठाकुर ने सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान किया था।