बाहुबली अतीक अहमद की पत्नी ओवैसी की पार्टी में शामिल

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प्रखर डेस्क। यूपी विधानसभा 2022 चुनाव से पहले एआईएमआईएम ने जीत के लिए बड़ा दांव चला है । ओवैसी ने लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यूपी के बाहुबली अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन को अपनी पार्टी में शामिल कराया है। बाहुबली अतीक अहमद अभी जेल में बंद हैं, जिनकी जगह उनकी पत्नी ने ही पार्टी की सदस्यता ली। बाहुबलियों को पार्टी में शामिल कराने पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सफाई देते हुए कहा कि अबतक अतीक अहमद पर कोई दोष साबित नहीं हुआ है। उन्होंने बताया, ”आप मुझसे पूछेंगे कि हम अतीक के परिवार को शामिल कर रहे हैं जब उसका आपराधिक रिकॉर्ड था। तो मैं आपको बता दूं, बीजेपी सांसदों के खिलाफ सबसे ज्यादा आपराधिक मामले हैं। एडीआर की एक रिपोर्ट है। 2008 के मालेगांव विस्फोट मामले में सात आरोपियों में से एक भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, “भाजपा के एक सांसद पर तो उसके खिलाफ भी आतंकी आरोप हैं।” पूर्व लोकसभा सांसद और कद्दावर नेता अहमद के खिलाफ हत्या, अपहरण, अवैध खनन, रंगदारी, धमकी और धोखाधड़ी समेत 90 से अधिक आपराधिक मामले हैं। वह गुजरात की जेल में बंद है।
एआईएमआईएम प्रमुख ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ भी मामले हैं। उन्होंने कहा, ”भाजपा के कई नेताओं के खिलाफ मुजफ्फरनगर में दंगों के मामले भी थे। सभी को वापस ले लिया गया। जिन राजनेताओं का नाम है प्रज्ञा, अजय, कुलदीप, कपिल लोकप्रिय नेता माने जाते हैं। लेकिन अतीक, मुख्तार अंसारी जैसे नामों वाले ही लोग हैं, जिनके खिलाफ मामले बचे हुए हैं, उन्हें कभी वापस नहीं लिया जाता है। शायद अगर उनके पास अन्य नाम होते, तो उन्हें वापस ले लिया जाता।” उन्‍होंने कहा, ”हमारा लक्ष्य है कि उत्तर प्रदेश से भाजपा को हराया जाए। हमारी कोशिश होगी कि उत्तर प्रदेश से एआईएमआईएम के विधायक बनें। हमने कहा है 100 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी हो रही है, 100 सीटों से बढ़ भी सकती हैं।” ओवैसी ने कहा, ”भारत को आज़ाद हुए 70 साल से ज़्यादा हो गए हैं तो OBC समाज की गणना होनी चाहिए। 50 फीसद आबादी को 27 फीसद आरक्षण क्यों देंगे और जो 20 फीसद है उनको 50 फीसद आरक्षण मिल रहा है। जब गणना में SC/ST, हिंदू, गैर हिंदू लिखा जाता है, तो यह भी करना चाहिए।” लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उत्तर प्रदेश चुनाव में सपा-बसपा से गठबंधन के सवाल पर ओवैसी ने कहा, ”पहले सपा-बसपा को हमसे गठबंधन करने के लिए आने दीजिए। हम उनसे बात करने के लिए तैयार हैं। वे पहले बात तो करें।” ओवैसी ने कहा कि सपा-बसपा गठबंधन के बावजूद बीजेपी यूपी में जीती। हम किसी के एजेंडे पर नहीं चलते हैं। यूपी में मुसलमानों की हालत बदतर, यूपी का मुसलमान अपने हित को जानता है। हम किसी के गुलाम नहीं, चुनाव लड़ेंगे। 60 साल से सबको जिताया, अब हम जीतेंगे। यूपी में हमारा संगठन अब मजबूत है, 2017 के मुकाबले अब हालात बदल गए हैं। 50 जिलों में बूथ लेवल तक हमारा संगठन पहुंच गया है।