बन्दी के आदेश के बाद भी लोलार्क कुंड हजारों की संख्या में पहुंचे लोग भारी संख्या में पुलिस व पीएसी तैनात

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प्रखर वाराणसी। काशी के भदैनी स्थित पौराणिक लोलार्क कुंड पर स्नान के लिए प्रशासन के मनाही के बाद शनिवार की शाम को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। कोरोना महामारी को देखते हुए पिछले साल के तरह इस साल भी स्नान पर रोक लगा दी है। जिसके बावजूद भोर से ही आस्थावानों की भीड़ जुटने लगी थी। सूचना मिलते ही इंस्पेक्टर भेलुपुर रमाकांत दुबे ने भारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंच कर कुंड को खाली करवाया।  शनिवार को शाम होते ही दूरदराज से भारी संख्या में आस्थावान पहुंच गए। जिसके बाद भारी मात्रा में पीएसी और भेलुपुर, दशाश्वमेध थाने की फोर्स तैनात कर दी गई। इंस्पेक्टर भेलूपुर रमाकांत दुबे ने बताया कि कुंड पर भीड़ होने की सूचना मिलते ही फोर्स के साथ पहुंचकर सभी को कोरोना बन्दी का हवाला देकर वापस लौटा दिया गया। कुंड पर पुलिस की ड्यूटी लगाई गई। महंत शिव प्रसाद पाण्डेय ने बताया कि प्रशासन की तरफ से स्नान बंदी का गजट नहीं होने से स्नान करने वाले पहुंच गए। बता दें कि पुरातन नगरी काशी में पौराणिक कुंडों की महिमा अपार है। किसी कुंड के औषधीय जल से पेट और त्वचा रोग दूर होते हैं तो किसी कुंड के जल के स्पर्श आचमन से मन के विकार। गंगा तट पर भदैनी में ऐसा ही एक पौराणिक लोलार्क कुंड है, जहां डुबकी लगाकर सूनी गोद भरने के नि:संतान दंपतियों का तांता लगता है। काशी के केदार खंड में स्थित क्रीं कुंड पर बाबा कीनाराम की षष्ठी पर 12 सितंबर को लगने वाले स्नान मेला कोरोना संक्रमण के कारण स्थगित कर दिया गया है। कोरोना संक्रमण के कारण लगातार दूसरे साल स्नान को स्थगित किया गया है।अघोराचार्य बाबा सिद्धार्थ गौतम राम ने समस्त भक्त जनों से अपील की है कि भक्त गण धैर्य धारण करें और अपने घर पर रहकर ही बाबा कीनाराम की षष्ठी मनाएं तथा आश्रम शाखा कार्यालय में भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए ही मनाएं।