बीएचयू में मेडिकल की टॉपर सब्जी वाले की बेटी बनी सॉल्वर गैंग का शिकार मां के साथ गिरफ्तार

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मूल रूप से बिहार की रहने वाली है सॉल्वर गैंग ने मां को ₹50 हजार पेशगी देकर 5 लाख में सौदा तय किया था

प्रखर वाराणसी। कहा जाता है कि अगर आप प्रतिभावान है तो अपनी प्रतिभा को सही दिशा में ले जाएंगे तो बहुत ही सफल होंगे। लेकिन अगर थोड़ा सा भी गलत करते हैं, तो आपकी सारी प्रतिभा धरी की धरी रह जाएगी। ऐसा ही वाकया नीट परीक्षा को लेकर सामने आया है, जहां पर एक मेडिकल की टॉपर छात्रा सालवर गैंग का शिकार हो गई। वह भी अपनी मां के चक्कर में। बता दे कि वर्ष 2019 में बिहार के पटना के सब्जी बेचने वाले मुन्ना कुमार महतो की बेटी जूली ने जब नीट परीक्षा में सफलता हासिल की थी तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं था। उसे बीएचयू के डेंटल विभाग में बतौर बीडीएस स्टूडेंट्स एडमिशन मिला था। लेकिन दो साल बाद अब जो सच सामने आया उसने सबको चौंका दिया. जूली को सॉल्वर गैंग के रूप में पकड़ा गया है. वह दूसरे की जगह परीक्षा देते हुए पकड़ी गई. साल्वर गैंग के रूप में पकड़ी बीएचयू बीडीएस सेकेंड इयर की छात्रा जूली की स्टोरी हैरान करने वाली है. मां बबिता के साथ जूली को क्राइम ब्रांच ने मूल अभ्यर्थी की जगह परीक्षा देते पकड़ा है. खास बात ये है कि इस होनहार जूली को साल्वर गैंग में शामिल करने के पीछे बिहार का पीके है, जिसकी तलाश अब पुलिस को है। वाराणसी के सारनाथ स्थित सेंट फ्रांसिस जेवियर स्कूल में रविवार को नीट- यूजी परीक्षा में मूल अभ्यर्थी की जगह साल्वर के रूप में जूली परीक्षा देने पहुंचीं. कक्ष निरीक्षकों के शक के बाद क्राइम ब्रांच की पूछताछ में जूली और उसकी मां बबिता को गिरफ्तार किया गया. मोबाइल फोन को खंगालने पर गैंग के दो सदस्य का भी पता चला, जिसमें बिहार के खगड़िया निवासी विकास और गाजीपुर जिले के मोहम्मदाबाद क्षेत्र से ओसामा शाहिद भी पकड़े गए. लेकिन इसे केजीएमयू लखनऊ का एक डाक्टर और मुख्य सरगना बिहार का पीके है, जिसकी तलाश में कमिश्नरेट पुलिस दबिश दे रही है। बिहार के रहने वाले विकास ने गरीबी और आर्थिक तंगी का फायदा उठाते हुए जूली को अपना शिकार बनाया. इसके लिए विकास ने सहारा लिया जूली के भाई अभय कुमार कुशवाहा का. मूल अभ्यर्थी से जूली की शक्ल थोड़ी मिलती थी. बाकी फोटो एडिटिंग के जरिए फर्जी दस्तावेज तैयार किए गए. जूली की मां को पांच लाख का लालच दिया. पचास हजार पेशगी भी दी गई. इसके बाद बाकी रकम परीक्षा खत्म होने के बाद देने की बात हुई थी। बीएचयू चिकित्सा विज्ञान संस्थान के फैकल्टी ऑफ डेंटल साइंसेज की 2019 बैच की छात्रा जूली कुमारी बीडीएस सेकेंड इयर की छात्रा है. जूली ने अपने बैच में सेमेस्टर में टॉप भी किया है. बताया जाता है कि नीट परीक्षा में जूली को 720 में से 522 नंबर मिले थे. जूली पटना के कंदनपुर कुम्हरार गुमटी के वैष्णवी कालोनी की रहने वाली है।