ग़ाज़ीपुर- देश और प्रदेश की मोदी और योगी सरकार ने ब्रिटानी हुकूमत को भी शर्मिंदा कर दिया है- डॉ. वीरेंद्र यादव

प्रखर ब्यूरो गाजीपुर। रविवार को लखीमपुर में आंन्दोलनरत किसानों को केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा के पुत्र आशीष मिश्रा द्वारा गाड़ी से रौंदने और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को सोमवार की सुबह गिरफ्तार किये जाने पर आक्रोशित समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने ‌दंभी एवं दमनकारी भाजपा सरकार के खिलाफ जिलाधिकारी के मुख्य गेट पर सोमवार को धरना देकर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को बर्खास्त करने, केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा को केन्द्रीय मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने, केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा के पुत्र आशीष मिश्रा व उसके सहयोगियों के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज कर उनको तत्काल गिरफ्तार करने, इस घटना में मारे गये किसानों को एक-एक करोड़ रुपए और घायल किसानों को दस-दस लाख रुपए की तत्काल आर्थिक मदद और तीनों काले कृषि कानूनों को तत्काल प्रभाव से निरस्त करने की मांग किया।
इन मांगों से सम्बंधित 5 सूत्रीय ज्ञापन राज्यपाल के नाम से संबोधित जिलाधिकारी के प्रतिनिधि के तौर पर एडीएम अरुण कुमार सिंह को सौंपा। इस धरने को संबोधित करते हुए विधायक डॉ. वीरेंद्र यादव ने कल लखीमपुर में हुए किसानों के नरसंहार पर रोष व्यक्त करते हुए कहा कि देश और प्रदेश की मोदी और योगी की सरकार ने ब्रिटानी हुकूमत को भी शर्मिंदा कर दिया है। उन्होंने कहा कि इस सरकार में लोकतांत्रिक और संवैधानिक अधिकारों का लगातार हनन किया जा रहा है। योगी सरकार पूरी तरह से दमन पर उतारू हैं।
यह सरकार लाठी, गोली और डंडे के बल पर किसानों की आवाज को दबाना चाहती है। योगी की ठोकों नीति के चलते किसानों को गाड़ी से रौंदा जा रहा है। यह सरकार पूरी तरह से गुंडागर्दी के रास्ते पर चल रही है। योगी और भाजपा के मंत्री गुंडो की भाषा बोल रहे हैं। यह सरकार लोकतंत्र और संविधान का माखौल उड़ा रही है। यह सरकार पूरी तरह से संवेदनहीन है। धरती का भगवान कहे जाने वाले किसानों के साथ सरकार का जब यह सलूक है तो आम जनता के साथ इसका सलूक कैसा होगा इस बात की कल्पना की जा सकती है। धरने के लिए पार्टी कार्यालय समता भवन से उतरकर जैसे ही जिलाध्यक्ष रामधारी यादव के नेतृत्व में कार्यकर्ता जिलाधिकारी कार्यालय की ओर बढ़े उसी समय पुलिस ने बल प्रयोग कर उन्हें रोकने की पूरी कोशिश की मगर उन्हें रोकने में पूरी तरह असफल रहे। जिलाधिकारी कार्यालय के मुख्य गेट पर पहुंचकर कार्यकर्ताओं ने इंकलाबी नारा बुलंद करते हुए अपना आक्रोश व्यक्त किया और राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश को तत्काल रिहा करने की भी मांग किया।


इस विरोध प्रदर्शन में मुख्य रूप से पूर्व जिलाध्यक्ष राजेश कुशवाहा, जिला सचिव आमिर अली, समाजसेवी अहमर जमाल, समाजसेवी विवेक सिंह शम्मी, सुदर्शन यादव, सुधीर यादव, डॉ. नन्हकू यादव, महेंद्र चौहान, गोपाल यादव, अरुण कुमार श्रीवास्तव, दिनेश यादव, रामवचन यादव, युवा नेता सत्येन्द्र यादव सत्या, डॉ. समीर सिंह, ओपी यादव, अभिषेक यादव, अरविंद यादव, अजीत विधायक, अमित ठाकुर, जवाहिर यादव, कन्हैयालाल विश्वकर्मा, अमित सिंह लालू, विनोद पाल, सदानंद कन्नौजिया, तहसीन अहमद, चन्द्रिका यादव, राकेश यादव, अभिनव सिंह, रविन्द्र यादव, सुरज राम बागी, भानु यादव, परशुराम बिंद, जगत मोहन बिंद, नन्दलाल यादव, कमलेश यादव, राहुल सिंह, अजय श्रीवास्तव आदि शामिल रहे। इस कार्यक्रम का संचालन जिला महामंत्री अशोक कुमार बिन्द ने किया।