रेप के आरोपी पर कार्यवाही नही होने पर थाने पर शिकायत करने पहुची रेप पीड़िता की पुलिस ने नही सुनी बात, थाने में ही खाया जहर मौत

रेप पीड़िता के मौत के बात हड़कंप, पुलिस के हाथ पांव फुले

प्रखर आज़मगढ़। बलात्कार के आरोपियों पर कार्रवाई नही होने से दुखी रेप पीड़ित महिला ने मेंहनाजपुर थाने में शानिवार को जहरीला पदार्थ खा लिया। महिला के जहर खाते ही थाने में हड़कंप मच गया। पुलिस महिला को लेकर जिला अस्पताल पहुंची जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस घटना के बाद आनन फानन में पुलिस ने बलात्कार के आरोपी अनिल सिंह को गिरफ्तार कर लिया। वही महिला के परिजनों ने पुलिस की लापवाही को आत्महत्या का कारण बताते हुए कार्रवाई की मांग की। एसपी का कहना है कि बलात्कार का मुकदमा पहले से दर्ज था। जानकारी के अनुसार मेहनाजपुर थाना क्षेत्र में बलात्कार पीड़िता की आत्महत्या की घटना को राजनीतिक तूल पकड़ता देख एसपी ने इस मामले में तेजी से कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसके बाद 12 घंटे के अंदर पुलिस ने दुष्कर्म के आरोपी अनिल सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। मामला बढ़ने पर एसपी ने प्रभारी थानाध्यक्ष को भी निलंबित किया था। बताते चलें कि 5 अक्टूबर को गांव के ही कुछ लोग घर से महिला को खींचकर बाहर ले गए और प्राथमिक विद्यालय के पीछे ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया था। विरोध करने पर आरोपियों ने उसे मारा-पीटा और जान से मारने की धकमी दी। इस मामले में पीड़िता द्वारा मेहनाजपुर थाने में तहरीर दी गयी थी, लेकिन पुलिस ने मामले में कार्रवाई नहीं की। इसके बाद पीड़ित महिला परिवार के लोगों के साथ शुक्रवार को एसपी कार्यालय पहुंचकर प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई थी। परिजनों के मुताबिक इसके बाद भी पुलिस ने आरोपी और उसके साथियों की गिरफ्तारी करने के बजाय उन्हें बचाने की कोशिश की। इसी बीच शनिवार को महिला मेहनाजपुर थाने पहुंच गई। वहां महिला ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही तो उसे पुलिस ने अनसूना कर दिया। जिससे दुःखी होकर नाराज रेप पीड़ित महिला ने जहरीला पदार्थ थाना परिसर के ही खा लिया। महिला के जहर निगलते ही पुलिस के हाथ पांव फूलने लगें, पुलिस महिला को आनन फानन में जिला अस्पताल लेकर पहुंची, जहां महिला को डॉक्टरो ने मृत घोषित कर दिया। इसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वही महिला के पति का कहना है कि उनकी पत्नी के साथ दुष्कर्म हुआ था, लेकिन पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं ली, जिसके बाद गुहार लेकर पत्नी थाने गई थी। उसपर समझौते का लगातार दबाव बनाया जा रहा था। उन्हें गांव के एक व्यक्ति ने फोन कर बताया कि उनकी पत्नी को पुलिस अस्पताल ले गई है। इसके बाद वह मौके पर पहुंचे। थाने पर क्या हुआ उन्हें जानकारी नहीं है।