5.5 लाख का इनामी डकैत गौरी यादव एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में ढेर

प्रखर डेस्क। यूपी एसटीएफ ने चित्रकूट में बड़ी कार्रवाई करते हुए 5.5 लाख के इनामी डकैत गौरी यादव को मुठभेड़ के दौरान मार गिराया है. मारा गया डकैत 5.5 लाख का इनामी था. डकैत गौरी यादव के पास से एके- 47 राइफल और तमाम असलहे बरामद हुए है. बताया जा रहा है कि यूपी और एमपी सरकार में इस डकैत पर इनाम घोषित है. बता दें कि गौरी यादव बीहड़ का इकलौता बड़ा डकैत था जिसपर साढ़े पांच लाख का इनाम घोषित होने के बाद अब वह कुख्यात ददुआ, ठोकिया, रागिया की श्रेणी का डकैत हो गया था। गौरी यादव के उत्तर प्रदेश में छिपे होने की सूचना पर एसटीएफ ने तलाश शुरू की. शनिवार देर एसटीएफ से मुठभेड़ हो गई. एसटीएफ के एडीजी अमिताभ यश के मुताबिक डकैत गोरी यादव के पास से एक एके- 47 राइफल और भारी मात्रा में असलह और कारतूस बरामद किया गया है. इनकी तलाश काफी दिनों से चल रही थी. गौरी यादव पर यूपी और एमपी के विभिन्न थानों में हत्या, अपहरण, फिरौती मांगने और सरकारी काम में बाधा डालने के लगभग 50 से ज्यादा मामले दर्ज हैं. गौरी यादव चित्रकूट के बहिलपुरवा थाना क्षेत्र के गांव बेलहरी का निवासी है. जिसकी तलाश में यूपी और एमपी की पुलिस लंबे समय से लगी थी. कुख्यात डकैत गौरी यादव ने करीब बीस साल पहले अपराध की दुनिया में कदम रखा था. साल 2013 में दिल्ली पुलिस के दारोगा की हत्या के बाद वह सुर्खियों में आया था.
बता दें कि साल 2008 में एसटीएफ ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया था. दो साल बाद जेल में रहने के बाद उसने फिर से लूटपाट शुरू कर दी. 2013 में दिल्ली पुलिस बिलहरी गांव में दबिश देने गई थी. इसी दौरान गौरी यादव ने दिल्ली पुलिस के दारोगा की गोली मारकर हत्या कर दी थी और सरकारी रिवाल्वर लूटकर फरार हो गया था. बताया जाता है कि गौरी यादव तेंदू पत्ता तोड़ान में वह चौथ वसूली करता था।