फिर भयावह रूप में जाने लगा कोरोना, यूपी में 11 हजार से अधिक आये केस, 5 मौत भी

प्रखर एजेंसी। कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन के खतरे के बीच उत्तर प्रदेश में कोरोना के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं.  प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 11,089 नए मामले सामने आए हैं, जबकि  543 लोग डिस्चार्ज हुए. वहीं इस 5 संक्रमित मरीजों की मौत हो गई है. यूपी में कोविड सक्रिय मामलों की संख्या 44,466 बताई जा रही है. उत्तर प्रदेश अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद राज्य में कोरोना की हालात पर जानकारी देते हुए बताया कि कल यानि कि सोमवार को प्रदेश में 2,05,309 सैंपल की जांच की गई और अब तक कुल 9,50,58,609 सैंपल की जांच की जा चुकी है. अपर मुख्य सचिव प्रसाद ने आगे बताया कि सोमवार को उत्तर प्रदेश में  19,86,522 लोगों को वैक्सीन की डोज लगीहै. इनमें 5,00,140 डोज 15-18 साल के बच्चों को लगाई गई हैं. 18 साल से अधिक उम्र के लोगों में अब तक 13,29,81,915 लोगों को पहली डोज दी गई और ये कुल योग्य आबादी का 90.2% है. अमित मोहन प्रसाद द्वारा उपलब्ध जानकारी के अनुसार,13,29,81,915 लोगों में से कल तक 7,99,78,343 लोगों ने दूसरी डोज ली.18 साल से अधिक उम्र वर्ग में अब तक कुल 21,29,60,258 डोज लगाई जा चुकी हैं. 15-18 साल के बच्चों में अब तक 29,40,921 बच्चों को पहली डोज लगाई गई हैं.  वहीं कल प्रदेश में 59,996 लोगों ने प्रीकॉशन डोज ली है. बता दें कि कोरोना के नए वेरिएंट के खतरे को देखते हुए फ्रंटलाइन वर्कर और हेल्थ केयर से जुड़े लोगों को बूस्टर डोज लगाई जा रही है. इनके अलावा 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों को भी कोरोना की तीसरी वैक्सीन दी जा रही. खासतौर से उन बुजुर्गों को जो किसी न किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं. मालूम हो किजिन्हें वैक्सीन की दोनों डोज लिए हुए 90 या उससे अधिक दिन हो चुके हैं, उन्हें ही तीसरी डोज/बूस्टर डोज/ प्रीकॉशन डोज दी जाएगी. वैक्सीन के बूस्टर डोज से कोविड-19 के खिलाफ अतिरिक्त सुरक्षा मिलेगी. फिलहाल कोविड-19 वैक्सीन के दोनों डोज प्रभावी हैं और इससे कोरोना महामारी के नए वेरिएंट से लड़ने में मदद मिल रही है. जिसकी वजह से गंभीर बीमारियों से व्यक्ति का बचाव हो रहा है. लेकिन समय के साथ-साथ वैक्सीन का प्रभाव कम होने लगता है. दरअसल कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट के कारण फिर से  संक्रमित होने का खतरा बढ़ गया है. इस कारण से ही प्रीकॉशन डोज के तौर पर वैक्सीन का बूस्टर डोज देने का फैसला किया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते 25 दिसंबर को इसकी घोषणा की थी।