ग़ाज़ीपुर- घोर परिवारवादीयों ने इस क्षेत्र को दशकों तक विकास से वंचित रखा- प्रधानमंत्री

– जनसभा में प्रधानमंत्री ने परिवारवाद पर जमकर प्रहार किया

प्रखर ब्यूरो गाजीपुर। शहर के पुलिस लाइन के पास स्थित आर.टी.आई मैदान में बुधवार को भाजपा की चुनावी सभा आयोजित हुई। सभा की शुरुवात प्रधनमंत्री ने भोजपुरी भाषा में सभा सम्बोधित करते हुए की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत माता की जय… हम रउआ सब लोग के प्रणाम करत बानी। आगे उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि साथियों यह धरती शौर्य, पराक्रम और वीरों की धरती है। गाजीपुर के बेटे परमवीर चक्र विजेता शहीद अब्दुल हमीद ने दिखा दिया था कि देश पर संकट हो तो गाजीपुर के लोग क्या नहीं कर सकते है। मुझे आज भी याद है, जब मैं गुजरात में मुख्यमंत्री था। सात-आठ साल पहले अब्दुल हमीद की पत्नी रसूलन बीबी जी मेरे निवास स्थान पर आई और उन्होंने मुझे भरपूर आशीर्वाद दिया था। आगे उन्होंने कहा कि गाजीपुर ने मनोज सिन्हा जी के रूप में एक ऐसा रत्न दिया है, जो देश की मुकुट मणी जम्मू-कश्मीर को संभाल रहे हैं। यूपी में पांच चरणों के चुनाव में बीजेपी अपना परचम लहरा चुकी है। बीजेपी की सरकार बननी तय है।

सभा मे परिवारवाद के ऊपर कड़ा प्रहार करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यूपी के विकास के लिए डबल टीम की सरकार को आपका एक-एक वोट नई ऊर्जा देगा और आपका एक-एक वोट उन घोर परिवारवादियों को करारा जवाब देगा। यह घोर परिवारवादी जिन्होंने इस क्षेत्र को दशकों तक विकास से वंचित रखा। गाजीपुर के इस धरती का संबंध मां गंगा से है, कृषि से है। परिवारवादियों के शासन में यहा की पहचान गहमर के वीर न होकर माफिया और बाहुबली बन गए थे। आगे प्रधानमंत्री ने कहा कि परिवारवादियों के राज में क्या कुछ नहीं नहीं हुआ। इन परिवारवादियों ने हमारे गरीब भाई-बहनों की बस्तियां जलाई थी कि नहीं जलाई थी। क्या गाजीपुर के लोग वह दौर भूल गए है, जब हमारे होनहार साथी कृष्णनंद राय को गोलियों को छलनी कर दिया गया था। गाजीपुर को उन परिस्थितयों से निकालकर योगी की सरकार में गाजीपुर को प्राथमिकता दी गई है। दंगों के दौरान खुली जीप में घूमने वाले आज घुठने पर है। पहले की सरकारों के समय जो दहशत थी। परिवारवादियों ने ठान लिया था कि गाजीपुर में विकास नहीं होना है। लेकिन मैने भी यह ठानकर रखा था कि गाजीपुर के लोगों की सेवा करनी है, करके रहेंगे।

साथियों आपकी बहुत बड़ी समस्या कनेक्विटी की थी। हम इस पर विशेष ध्यान दे रहे हैं। आपको याद होगा कि ताड़ीघाट पुल की मांग छह दशक से हो रही थी। यह हमारी ही सरकार है, जिसने इसके निर्माण का कार्य शुरु कराया। पूरे क्षेत्र में विकास को और तेजी देने के लिए पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे भी शुरु हो गया है। इन घोर परिवारवादियों ने जिस तरह सुख-चैन भरा जीवन गुजारा है, महलो में जीना, मंहनी गाड़ियों में घूमना, वह कभी भी गरीब का दर्द नहीं समझ सकते है। इन्हें माताओं-बहनों को चूल्हे के धुए से जो तकलीफ होती है, इसका अंजाजा भी नहीं है। यह हमारी ही सरकार है, जिसने गाजीपुर की ढाई लाख से अधिक गरीब माता-बहनों को उजव्वला का गैस कनेक्शन दिया है। यह वही परिवारवादी है, जो शौचालय की बात करने पर हम लोगों का मजाक उड़ाते थे। इन परिवारवादियों को हमारी माताओं-बहनों की असहनीय पीढ़ा भी कभी समझ में नहीं आई। इस पीढ़ा को दूर करने का काम भी हमारी सरकार ने किया है। ये लोग इतने असंवैदीनशील है कि दिव्यांग के पेंशन के पैसे भी खा जाते थे। याद रखिएगा ये लोग पेंशन के लुटेरे है। आज भी इन लोगों की सोच वहीं है। इनकी नजर आपके विकास के लिए आए जो पैसे पर है। इसलिए आपको इन परिवारवादियों से सावधान रहना बहोत जरूरी है। पीएम ने कहा कि गरीब के घर में बीमारी आ जाए तो इलाज का खर्च पूरे परिवार की कमर तोड़ देता है। सारे सपने चूर-चूर कर देता है। हमने गाजीपुर के सवा दो लाख से ज्यादा गरीब परिवारों को आयुष्मान भारत योजना का सुरक्षा चक्र दिया है। अब हमारे गरीब परिवार पांच लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज अच्छे से अच्छे अस्पताल में करा सकते है। लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए हमने पूर्वांचल में मेडिकल कालेजों की संख्या भी बढ़ाई है। यहां का मेडिकल महर्षि विश्वमित्र मेडिकल कालेज भी आपका सहुलियत बढ़ा रहा है। मैं जब भी गाजीपुर में आता हूं तो मुझे गाजीपुर के सांसद रहे स्व. विश्वनाथ गहमरी जी याद जरूर आती है। नहरु जब प्रधानमंत्री थे तो विश्वनाथ जी ने संसद में याद दिलाया था कि पूर्वांचल में कितनी ज्यादा गरीबी है कि लोग गोबर से गेहूं निकालकर उसे धोकर अपना पेट भरने के लिए मजबूर है। जिसके दिल में गरीब के लिए दर्ज हो, वह कभी गरीब को ऐसे स्थित में नहीं छोड़ सकता। हमारे देश पर पूरी पर पूरी दुनिया पर पूरी मानव जाति पर कोरोना ने इतना बड़ा संकट पैदा किया, जो सौ साल में नहीं आया। लेकिन हमने किसी गरीब को भूखा नहीं सोने दिया। किसी गरीब के घर का एक दिन भी चूल्हा न जले, यह हमें मंजूर नहीं। पिछले दो साल से भाजपा की डबल इंजन की सरकार यूपी के 15 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन दे रही है। इस पर देशभर में दो लाख 60 हजार करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। मुझे पता है कि अगर यही काम इन घोर परिवारवादियों को करना होता तो वह आपको दाने-दाने के लिए तरसा देते और सारा पैसा खुद खा जाते। महामारी के समय में हमारी सरकार गरीब का जीवन बचाने को भी सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। हमने यह सुनिश्चित किया है कि सभी को वैक्सीन जरूर लगे। जो वैक्सीन विदेशों में हजारों रुपए में लग रही है। वही वैक्सीन हमारी सरकार मुफ्त में लगवा रही है। आपको टीका लगा कि नहीं लगा। जरा हाथ ऊपर करके बताइए। आपको एक भी पैसा देना पड़ा क्या। आपकी जेब से एक रुपया भी गया क्या। आपको यह भी याद रखिए कि ये परिवारवादी कैसे वैक्सीन के खिलाफ अफवा फैला रहे थे। आज अगर लोगों की चिंता कम हुई है, स्कूल-कालेज खुल पा रहे हैं। वह इस वैक्सीन की वजह से हो रहा हैं। हमारी सरकार छोटे किसानों पर भी ध्यान दे रही है। आज गाजीपुर के पांच लाख से अधिक किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ मिल रहा है। ऐसे किसान जिनके एक हेक्टयेर से भी कम जमीन होती है और परिवार बढ़ता है तो जमीन का भी बंटवारा हो जाता है। हमने पांच किसानों को किसान सम्मान निधि का साढ़े आठ सौ करोड़ रुपए एकेले गाजीपुर किसानों के खाते में जमा किए है। अगर कोई और सरकार होती तो कितने रुपए चबा जाती। आपको को ध्यान रखना है कि इन परिवारवादियों की नजर आपके राशि पर पर भी है। इसलिए ऐसे लोगों को जगह नहीं देना है। यह परिववादी चाहते हमारा गरीब हमारे देश का नागरिक, हमारे गाजीपुर के लोग जातियों में बंट जाए बिखर जाए अंदर-अंदर लड़ते रहे। ताकि उनकी दुनिया चलती रहे। उनका खेल चलता रहे। लेकिन आपको उन्हें बता देने है कि आपके लिए अपने क्षेत्र, देश का विकास और अपने बच्चों का उज्जवल भविष्य आपके लिए सर्वोपरि है। आपको भाजपा और उसके सहयोगियों के पक्ष में ज्यादा से ज्यादा मतदान करना है। इतनी बड़ी तादाद में आप आशीर्वाद देने आए, मैं आपका आभारी हूं। जब आप हर परिवार में मेरा प्रमाण पहुंचाओ तो हर परिवार मुझे आशीवार्द देगा। हर मतदाता का मतदान करवाना है। पहले मतदान फिर जलपान।