ग़ाज़ीपुर- नो स्मोकिंग डे पर सीएमओ की अध्यक्षता में वर्कशॉप का हुआ आयोजन

प्रखर ब्यूरो गाजीपुर। नो स्मोकिंग डे जिसका शाब्दिक अर्थ धूम्रपान या फिर नशे से दूर रहना है। उसी को लेकर बुधवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के सभागार में सीएमओ डॉ. हरगोविंद सिंह की अध्यक्षता में एक वर्कशॉप का आयोजन किया गया। वर्कशाप में जनपद के ब्लॉकों से आई हुई आशा, बीपीएम, बीसीपीएम व अन्य लोग शामिल हुए। इस दौरान ब्लॉक से आए हुए सभी लोगों को स्मोकिंग के दुष्प्रभाव के बारे में तथा स्मोकिंग छोड़ने के लिए कैसे लोगों को प्रेरित करें इस बारे में लोगों को जानकारी दी गई।
इस अवसर पर एसीएमओ डॉ. उमेश कुमार ने बताया कि आज के दिन हम सबको यह प्रण चाहिए कि हम धूम्रपान करने वाले कम से कम 5 लोगों को धूम्रपान से होने वाले नुकसान के बारे में बताएगे ताकि लोग इससे बचें और वह लोग भी आगे 5 लोग को बताएं। इससे लोग धूम्रपान से होने वाले नुकसान के बारे में लोगों को जागरूक कर एक लंबी चेन बनाते हुये लोगों को बचाया जा सकता है। एसीएमओ डॉ. के.के. वर्मा ने बताया कि स्मोकिंग करने वाले से ज्यादा उसके आस-पास के लोगों को नुकसान पहुंचाते हैं। ऐसे में धूम्रपान करने वालों से दूरी बनाए रखना चाहिए। धूम्रपान या गुटखा से होने वाले स्वास्थ्य के खतरों की जानकारी सभी को होती है, फिर भी 12-17 साल की उम्र के हजारों युवा रोजाना स्मोकिंग शुरू करते हैं। कुछ लोग उसे जिज्ञासा के तौर पर शुरू करते हैं, जबकि अन्य अपने आपको बड़ा दिखाने के लिए करते हैं। स्मोकिंग का प्रभाव खांसी और गले में जलन समेत सांस की बदबू और कपड़ों में दुर्गंध के साथ शुरू होता है। उससे स्किन के रूखा होने और दांत के रंग बिगड़ने का डर रहता है। वक्त गुजरने के साथ दिल की बीमारी, ब्रोंकाइटिस, न्यूमोनिया, स्ट्रोक, कैंसर और खास कर मुंह का कैंसर समेत स्वास्थ्य समस्याओं की ज्यादा गंभीर स्थिति विकसित हो सकती हैं। स्मोकिंग करने/छोड़ने वाले लोग इन उपायों से अपनी सेहत को बचा सकते हैं जो निम्नवत है। पानी शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने में बहुत प्रभावकारी है. भोजन करने से 15 मिनट पहले एक गिलास पानी पियें इससे मैटाबॉलिक रेट नियंत्रित रहता है, रोज एक गिलास गुनगुने पानी में एक चम्मच शहद डालकर पीने से फायदा होता है, घिसी मूली खाने से उन लोगों को लाभ मिल सकता है, जो चेन स्मोकर्स या फिर बुरी लत से पीड़ित हैं। इसे शहद के साथ भी खा सकते हैं, ओट्स शरीर से घातक विषाक्त पदार्थों को बाहर निकाल कर स्‍मोकिंग की चाहत को कम करने में मदद करता है, जब भी स्मोकिंग का मन करे तो आप मुलेठी की दातून ले कर उसे चबा सकते हैं, स्मोकिंग की इच्छा कम हो जाएगी, जब भी स्मोकिंग की इच्छा हो एक गिलास पानी में चुटकी भर लाल मिर्च डालकर पी जायें, आपको इससे तुरंत राहत मिल जाएगी।
आज के इस वर्कशॉप में एसीएमओ डॉ. डी.पी. सिन्हा, डॉ. मनोज सिंह, डॉ. एस.डी. वर्मा, डॉ. के.के. वर्मा, डॉ. अरविंद श्रीवास्तव, एमसीडी के नोडल डॉ. के.के. सिंह, डॉ. एकांत पांडे के साथ ही अन्य लोग मौजूद रहे।