ग़ाज़ीपुर- धूमधाम से मनाया गया राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय का 44वां वार्षिकोत्सव

प्रखर ब्यूरो गाजीपुर। राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय का 44 वां वार्षिकोत्सव, मेधा सम्मान एवं पुरस्कार वितरण सर्जना- 2022 का रंगारंग आयोजन बीते शनिवार को हुआ। जिस के मुख्य अतिथि डॉ. राजीव पांडेय संयुक्त निदेशक उच्च शिक्षा उत्तर प्रदेश प्रयागराज एवं विशिष्ट अतिथि डॉक्टर बी.एल. शर्मा सहायक निदेशक उच्च शिक्षा उत्तर प्रदेश रहे।
मुख्य अतिथि ने अपने उद्बोधन में जीवन के तीन लक्ष्य विद्यार्जन करना, धन अर्जन करना एवं तीसरा पुण्य अर्जन करना बताया। यदि समय रहते कोई मनुष्य इन तीन लक्ष्यों को प्राप्त नहीं करता तो उसका जीवन व्यर्थ हो जाता है।

विशिष्ट अतिथि डॉ. बी.एल. शर्मा ने अपने संबोधन में जीवन में उपलब्ध अवसरों को न चूकने के लिए छात्राओं को प्रेरित किया। इस दौरान प्राचार्य डॉ. सविता भारद्वाज ने मुख्य अतिथियों का स्वागत करते हुए महाविद्यालय की गतिविधियों एवं भविष्य की योजनाओं को रेखांकित किया। आपने महाविद्यालय परिवार के प्रयास द्वारा महाविद्यालय को गतिमान बनाए रखने में महाविद्यालय के सभी सदस्यों एवं शासन के प्रति आभार व्यक्त किया। इसके पहले अतिथियों का स्वागत प्रज्ञा रेंजर कलर पार्टी ने किया तथा एनसीसी छात्राओं ने मार्च पास्ट करते हुए सलामी दी। मंच पर मुख्य अतिथि का स्वागत बैज, माल्यार्पण, स्वागत गीत एवं स्मृति चिन्ह द्वारा द्वारा किया गया। मुख्य अतिथि के अभिनंदन पत्र का वाचन डॉ. संगीता, डॉ. गजनफर सईद एवं डॉ. दिवाकर मिश्र ने किया। महाविद्यालय के प्रोफ़सर डॉ. सत्येंद्र सिंह ने महाविद्यालय की प्रगति आख्या प्रस्तुत की। इस अवसर पर महाविद्यालय द्वारा आपने भामाशाह कार्यक्रम के अंतर्गत अपने दानदाताओं को सम्मान पत्र प्रदान किया गया। अतिथियों ने महाविद्यालय के प्राध्यापकों डॉ. उमाशंकर प्रसाद द्वारा लिखित ‘राजस्थानी चित्रकला में श्रीकृष्ण’ डॉ. अमित यादव एवं डॉ. पिंकी यादव द्वारा लिखित ‘सार्त्र का नैतिक दर्शन’ एवं डॉ. संतन कुमार राम द्वारा संपादित ‘जल: मानवता की अतृप्त प्यास’ का विमोचन भी किया गया। कार्यक्रम का संचालन समारोहक डॉ. विकास सिंह ने तथा संयोजन में सहयोग उमाशंकर प्रसाद, डॉ. सारिका सिंह, डॉ. इकलाख खान, डॉ. अनिता कुमारी, डॉ. नेहा ने किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि द्वारा मेधा सम्मान पुरस्कार वितरण का कार्यक्रम भी संपन्न हुआ। तत्पश्चात देर रात तक नयनाभिराम मोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम जारी रहे। संगीत विभाग की छात्राओं ने सरस्वती वंदना, होली नृत्य, बारहमासा सामूहिक लोकगीत, शास्त्रीय संगीत, गुजराती लोक नृत्य, राजस्थानी नृत्य प्रस्तुत कर सम्मान दिया। ऐसी छात्राओं ने भारतीय सेना देश का गौरव पर समूह नृत्य नाटिका प्रस्तुत कर लोगों मैं भारतीय सेना की प्रति सम्मान की भावना जागृत की। जबकि पूरा छात्राओं ने आकर्षक कव्वाली प्रस्तुत की। इसके अतिरिक्त दर्जनों एकल सामूहिक शास्त्रीय और लोक नृत्य के रंगारंग कार्यक्रम हजारों छात्राओं एवं अभिभावकों के बीच आयोजित हुए। सांस्कृतिक संध्या का संचालन डॉ. शशिकला जयसवाल एवं डॉ. निरंजन कुमार यादव ने किया।

इस वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में डॉ. टी.एन. गुप्ता, डॉ. सुनील तिवारी, डॉ. नीतीश पांडे, डॉ. अचल सिंह, डॉ. प्रमोद श्रीवास्तव समेत समस्त महाविद्यालय परिवार हजारों छात्राएं एवं उनके अभिभावक उपस्थित रहे। महाविद्यालय के वार्षिकोत्सव मेधा सम्मान एवं पुरस्कार वितरण के अंतर्गत मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि ने मेधावी एवं विशेष योग्यता वाली छात्राओं को पुरस्कार स्वरूप प्रमाण पत्र मेडल एवं स्मृति चिन्ह प्रदान किए।