धनंजय ने बीजेपी के पदाधिकारियों के साथ किया मंच शेयर, बढ़ा जौनपुर का सियासी पारा!

बीजेपी एमएलसी प्रत्याशी प्रिंशु के नामांकन में मंच पर मौजूद रहे धनंजय

प्रखर डेस्क। विधान परिषद सदस्य नामांकन के आखिरी दिन भारतीय जनता पार्टी से धनंजय के बेहद करीबी प्रिंशू का टिकट फाइनल होने के बाद जौनपुर में सियासी पारा बढ़ गया, लेकिन नामांकन के दौरान जब धनंजय सिंह बीजेपी के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ मंच शेयर करते दिखे। तो उनके विरोधियों की सांसे थम सी गई कि यह क्या हो गया? बतादें कि नामांकन के आखिरी दिन भारतीय जनता पार्टी ने धनंजय के करीबी बृजेश सिंह प्रिंशू को अपना प्रत्याशी जौनपुर विधान परिषद से बनाया। जिसके बाद अब कयास लगाया जा रहा हैं कि अब धनंजय भी बीजेपी के हो चुके हैं, जल्द ही धनंजय भी आधिकारिक रूप से बीजेपी में आ सकते है। लेकिन ये तो समय ही बतायेगा। बतादे कि प्रिंशू निर्वतमान एमएलसी भी हैं। प्रिंशू पिछली बार बसपा के टिकट पर चुने गए थे। इस बार प्रिंसू ने निर्दल प्रत्याशी के तौर पर पर्चा खरीदा था। सोमवार को भाजपा की तरफ से नाम घोषित होने के बाद बीजेपी की तरफ से प्रिंसू ने नामांकन भी कर दिया।
नामांकन से पहले भाजपा की तरफ से सिद्धार्थ उपवन में आयोजित सभा में धनंजय सिंह भी मंच पर नजर आए। मंच पर लगे बैनर से धनंजय की फोटो नही थी। बैनर पर पीएम मोदी से लेकर सीएम योगी और विधानसभा चुनाव में मैदान में उतरे प्रत्याशियों की फोटो लगी थी। अभी तक धनंजय और प्रिंसू साथ साथ ही दिखाई देते रहे हैं लेकिन इस आयोजन में धनंजय सिंह सबसे कोने में रखी कुर्सी पर बैठे नजर आए। पूर्वांचल के चर्चित बाहुबलियों में शामिल धनंजय सिंह के सबसे करीबी नेताओं में प्रिंशु की गिनती की जाती है। धनंजय की तरह प्रिंशु भी बहुजन समाज पार्टी में रहे, 2016 में हुए एमएलसी चुनाव में बृजेश सिंह ने बसपा उम्मीदवार के तौर पर भाजपा के सतीश कुमार सिंह को हराकर जीत दर्ज की थी। उस चुनाव में बृजेश सिंह को 1765 वोट मिले थे। बाद में प्रिंशु ने बसपा छोड़ दी थी। धनंजय सिंह की फरारी के दौरान उनकी पत्नी ने जिला पंचायत अध्यक्ष की जंग लड़ी। इस जंग की बागडोर भी पूरे समय प्रिंशु के हाथ में ही रही। नामांकन से लेकर जीत हासिल करने तक हर कदम पर प्रिंशु का साथ रहा। अब देखना यह है कि इस बार विधान परिषद चुनाव में प्रिशू की जीत होती है या फिर मल्हनी की तरह हार का सामना करना पड़ता है।