ग़ाज़ीपुर- राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय में धूमधाम से मनाई गई बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती

प्रखर ब्यूरो ग़ाज़ीपुर। राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय गाजीपुर में आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत आज दिन गुरुवार को डॉ. अंबेडकर की 131वी जयंती हर्षोल्लास के साथ धूमधाम से मनाई गई।
इस अवसर पर डॉक्टर अंबेडकर द्वारा प्रस्तुत आइडियाज ऑफ इंडिया विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन भी हुआ। संगोष्ठी के मुख्य अतिथि के रूप में राजकीय महाविद्यालय पथरदेवा देवरिया के समाजशास्त्र विभाग के प्रमुख डॉ. कोलेश्वर प्रियदर्शी ने कहा कि डॉ. अंबेडकर का सपना एक संगठित, समर्थ तथा उन्नत भारत का था। हमें सभी तरह की संकीर्णता से उभर कर, विविधता का सम्मान करते हुए उनके सपने को साकार करना है। इस संगोष्ठी में डॉक्टर सारिका सिंह ने महिलाओं के उत्थान हेतु डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के प्रयासों पर विस्तार से चर्चा की और कहा कि उनके ही प्रयासों से महिलाओं को समान मजदूरी, काम के घंटों में कटौती, मातृत्व अवकाश जैसी सुविधाएं प्राप्त हो सकीं। परिचर्चा को आगे बढ़ाते हुए राजनीति विज्ञान के आचार्य डॉ. राजेश कुमार यादव ने संविधान सभा में डॉक्टर अंबेडकर के योगदान का उल्लेख करते हुए बताया कि इनकी विद्वता तथा विचार शक्ति का ही परिणाम है कि भारत जैसे विविधता युक्त देश हेतु एक सर्वस्वीकार्य संविधान बना सका। डॉक्टर संगीता मौर्य ने भारतीय साहित्यकार डॉ. आंबेडकर के प्रभाव का उल्लेख करते हुए कालाराम मंदिर प्रवेश आंदोलन, महाडु सत्याग्रह आंदोलन, मूकनायक पत्रिका के संपादक को तत्कालीन साहित्य में स्थान तथा विभिन्न भाषाओं में अन्याय एवं दमन के प्रतिकार स्वरूप की गई रचनाओं का क्रमबद्ध तथा सुगठित विवरण प्रस्तुत किया। इस दौरान कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ आचार्य डॉक्टर विकास सिंह ने कहा कि गांधी, अंबेडकर, नेहरू जैसे महापुरुष संपूर्ण राष्ट्र की धरोहर है, उनके विचारों तथा कार्यों को संघ के नेताओं से परे जाकर देश एवं समाज निर्माण के टूल के रूप में देखने से ही हम सही अर्थों में उनके अनुयाई बन सकते हैं। कार्यक्रम का सफल तथा सुंदर संचालन निरंजन कुमार यादव ने किया।
इस अवसर पर डॉ. अकबरे आज़म, डॉ. अमित यादव, डॉ. शिवकुमार, लवली सिंह, मोहम्मद सलीम, श्री राम कुशवाहा, शिव कुमारी देवी, गायत्री देवी व महेंद्र साधु आदि लोग उपस्थित रहे।