ग़ाज़ीपुर- नाजायज तमंचा, कारतूस के साथ ठग को पुलिस ने किया गिरफ्तार

प्रखर ब्यूरो ग़ाज़ीपुर। पुलिस अधीक्षक द्वारा अपराध तथा अपराधियों पर नियंत्रण लगाये जाने के दृष्टिकोण से चलाये जा रहे अभियान के तहत प्रभारी निरीक्षक भुड़कुड़ा के नेतृत्व में आज दिन शुक्रवार 15 अप्रैल को सुबह करीब 6.30 बजे एक व्यक्ति जिसका नाम मुकेश विश्वकर्मा पुत्र रवीन्द्र विश्वकर्मा निवासी गोदसैया थाना दुल्लहपुर जनपद गाजीपुर को चौजा पुल के पास से एक नाजायज तमंचा 315 बोर मय एक अदद जिंदा कारतूस 315 बोर व ठगी करके लिए गये मोबाइल मय 4700 रूपये के साथ उ.नि. रामाश्रय यादव मय हमराहीयान प्रशिक्षु उ.नि. सलाहूद्दीन, हे.का. महेन्द्र यादव, हे.मु. श्रवण कुमार, चालक सुदीप पटेल के द्वारा गिरफ्तार किया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार एक अनजान व्यक्ति ने 11 अप्रैल 2022 को मोबाइल नम्बर 7068305551 से मोबाइल नम्बर 9623929743 पर धर्मेन्द्र कुमार पुत्र स्व. जयकरन राम निवासी ग्राम कटौली थाना दुल्लहपुर जनपद गाजीपुर से बात कर बताया कि तुम्हारा कालोनी का काम पुरा हो गया है। मै जखनिया ब्लाक का कर्मचारी बोल रहा हूँ। जल्दी से तीस हजार रुपये की व्यवस्था करके तुम मेरे पास ब्लाक पर आ जाओं। व्यक्ति की इस बात पर विशवास करके धर्मेन्द्र कुमार जो पहले से कालोनी लिए फार्म भरा हुआ था, ब्लाक पर गया तो एक व्यक्ति उससे मिला और उससे तीस हजार रुपया लिया और बताया कि तुम्हारे मोबाईल पर एक ओ.टी.पी. आयेगा, मोबाइल भी तुम मुझे दे दो और एक पेपर खरीद लाओं। सीधा साधा धर्मेन्द्र कुमार उसकी बातो में आकर तीस हजार रुपया व मोबाईल देकर पेपर लेने चला गया। जब पेपर लेकर आया तो वह व्यक्ति फरार हो चुका था। दो दिन के खोज बीन के बाद दिनांक 13 अप्रैल 2022 को थाने पर धर्मेन्द्र कुमार आकर सूचना दिया। जिसका पुलिस ने तत्काल अभियोग पंजीकृत करके पतारसी सुरागरसी में पुलिस लग गयी। जरिये मुखबिर की सूचना पर चौजा पुल के पास वाछिंत अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया जिसने पूछने पर अपना नाम मुकेश विश्वकर्मा पुत्र रवीन्द्र विश्वकर्मा निवासी ग्राम गोदसैया थाना दुल्लहपुर जनपद गाजीपुर बताया। गिरफ्तार अभियुक्त की तलाशी ली गयी तो उसके पास से 4700 रूपये नगद, घटना में प्रयुक्त अभियुक्त का मोबाईल व वादी का मोबाईल और 1 अदद नाजायज देशी तमंचा .315 बोर व एक अदद जिन्दा कारतूस .315 बोर के साथ बरामद किया गया। दोनो मोबाइलों में उपरोक्त नम्बरों  7068305551, 9623929743 के सिम एक्टीवेट मिले। पूछने पर अपना अपराध स्वीकार करते हुये अभियुक्त ने बताया कि 30,000 रूपयों में से 4700 रूपये बचे थे और दोनो मोबाइल घटना वाले ही है। मै अपनी सुरक्षा के लिए नाजायज तमंचा कारतूस अपने पास रखता हूँ। अभियुक्त मुकेश के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही कर न्यायालय भेजा जा रहा है। गिरफ्त में आये अभियुक्त ने यह भी बताया कि वर्ष 2018 में सीआईडी बनकर बिरनो थाना क्षेत्र में इसी प्रकार धोखा ध़ड़ी किया था। जिसके सम्बन्ध में थाना बिरनो पर अभियोग पंजीकृत कर जेल भेजा गया था।