मॉरीशस व यूपी के बीच कई विकास कार्यों पर बनी सहमति

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और मारीशस के प्रधानमंत्री के बीच द्विपक्षीय वार्ता में बनी सहमति

प्रखर वाराणसी। मॉरिशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच शुक्रवार को द्विपक्षीय वार्ता में पर्यटन व विकास के मुद्दे पर मिलकर काम करने पर सहमति बनी। इसमें गन्ना उत्पादन और उसके उत्पादों के तकनीकी विकास पर जल्द ही बड़ा फैसला होगा। सीएम ने कहा कि गन्ना की खेती के लिए ही उत्तर प्रदेश से लोग मॉरिशस गए। गन्ना अनुसंधान व तकनीक के क्षेत्र में यूपी व मॉरिशस मिलकर कार्य करेंगे तो अच्छे परिणाम आएंगे। उन्होंने गन्ना के साथ ही आयुष के क्षेत्र में विकास की संभावनाओं पर भी जोर दिया। तीन दिनी काशी यात्रा के अंतिम दिन शुक्रवार को मॉरिशस के पीएम प्रविंद ने सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ ताज होटल के दरबार हाल में करीब 45 मिनट तक विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। सीएम ने कहा कि गन्ने की खेती व उसके उत्पादों के विकास के लिए तकनीकी दोनों देशों के बीच साझा की जाए। दोनों देशों में हुए शोधों को खेतों तक पहुंचाया जाए। इसके साथ ही गवर्नमेंट टु गवर्नमेंट के साथ-साथ गवर्नमेंट टू बिजनेसमैन के बीच वार्ता भी होनी चाहिए। इसके लिए प्रतिनिधिमंडल एक-दूसरे के देश में जल्द ही जाएंगे। पीएम प्रविंद ने कहा कि भारत से मारिशस का भावनात्मक लगाव है। दोनों देश विकास की संभावनाओं को बहुत आगे तक बढ़ा सकते हैं। मॉरिशस में शुगर अर्थव्यवस्था का मूल स्रोत हैं। उन्होंने शुगर के क्षेत्र में विकास की संभावनाओं पर जोर देते हुए आगे काम करने पर पूरी सहमति जतायी।सीएम ने कहा कि यूपी में 119 चीनी मिलें संचालित हैं। दोनों देश मिलकर काम करेंगे तो शुगर केन से इथेनॉल बनाकर उसका इस्तेमाल डीजल और पेट्रोल में किया जा सकता है। इससे डीजल व पेट्रोल की मांग को पूरा करने के साथ ही इसके आयात को भी कम किया जा सकता है। सीएम ने बताया कि शुगर केन से इथेनॉल बनाने के लिए उत्तर प्रदेश में प्लांट लग चुके हैं। भविष्य में यह किसानों की आय बढ़ाने का बड़ा जरिया साबित हो सकता है।