गाजीपुर- हत्या के आरोपी 3 अभियुक्तों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

प्रखर ब्यूरो ग़ाज़ीपुर। बीते रविवार को दो पक्षो के बीच जमकर हुए मारपीट के दौरान एक व्यक्ति गम्भीर रूप से घायल हो गया था, जिसकी इलाज के दौरान वाराणसी में मौत हो गई। आज दिन मंगलवार को इस कांड के 3 आरोपियों को पकड़ने में पुलिस को सफलता हाथ लगी।
बताते चले की पुलिस अधीक्षक द्वारा वांछित अभियुक्त व अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु दिए गए निर्देश के अनुपालन में प्रभारी निरीक्षक सैदपुर द्वारा आज दिन मंगलवार 26 अप्रैल को अभियुक्तगण उपेंद्र सिंह आयु 50 वर्ष पुत्र झूरी सिंह, रवि सिंह पुत्र तेज बहादुर सिंह उर्फ पुष्कल सिंह निवासी ग्राम मुड़ियार थाना सैदपुर, अपचारी नीरज सिंह पुत्र उपेंद्र सिंह निवासी ग्राम मुड़ियार थाना सैदपुर को मुकदमा अपराध संख्या- 95/2022 धारा 323 धारा 504 धारा 506 धारा 336 धारा 308 धारा 34 धारा 302 भारतीय दंड विधान में औडिहार स्टेशन के पास पकड़ी के पेड़ के नीचे से प्रातः 5:15 पर गिरफ्तार कर लिया गया। इनकी निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त डंडा (आला कत्ल) बरामद करते हुए उन्हें जेल भेजा जा गया।
बताते चले कि बीते रविवार की साम मुडियार गांव निवासी विशाल सिंह पुत्र सुरेंद्र सिंह, विजय सिंह उर्फ मंटू पुत्र स्वर्गीय अंगद सिंह मुडियार गांव स्थित बाबा कीनाराम अघोर पीठ पहुंचे। जहां किसी बात को लेकर उनके और मठ के मठाधीश धर्म रचित राम के बीच मारपीट होने लगी। इस दौरान मठ पर उपस्थित लोगों ने विशाल सिंह को मौके पर पकड़ लिया जबकि विजय सिंह उर्फ मंटू भाग निकला। बीच-बचाव के दौरान मठ पर मौजूद मुडियार गांव निवासी उपेंद्र सिंह को भी चोट लगी। हालांकि उस समय गांव के लोगों ने बीच-बचाव कर मामला शांत करा दिया, लेकिन उपेंद्र सिंह के घायल होने की सूचना जैसे ही उनके परिजनों को हुई वे आक्रोशित होकर नीरज सिंह पुत्र उपेंद्र सिंह, रवि सिंह पुत्र पुष्कल सिंह, उपेंद्र सिंह से मठ में झगड़ा करने वाले सुरेंद्र सिंह के घर पहुंच गए। यहां पूछताछ के दौरान मामला बढ़ गया और दोनों पक्षों के बीच जमकर मारपीट होने लगी। इस मारपीट में सुरेंद्र सिंह के सर पर गंभीर चोट लगी साथ ही उनका पुत्र अनुज भी घायल हो गया, जिन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सैदपुर पहुंचाया गया। हालत अत्यधिक खराब होने के कारण वहां से उन्हें बनारस रेफर कर दिया गया, जहां इलाज के दौरान सोमवार की सुबह सुरेंद्र सिंह की मौत हो गई। इसी मामला में इन अभियुक्तों की पुलिस को तलाश थी.
अभियुक्तों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक तेज बहादुर सिंह, कांस्टेबल गौरव सिंह व कांस्टेबल जयंत सिंह शामिल थे।