ग़ाज़ीपुर- बुलडोजर राज के खिलाफ महीने भर का अभियान चलेगा- माले

– मजदूर दिवस के मौके पर शिकागो के शहीदों को दी गई श्रद्धांजलि

प्रखर ब्यूरो ग़ाज़ीपुर। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माले) के कार्यकर्ताओं ने ऐतिहासिक मजदूर दिवस को जमानियां, जखनियां, कार्यालय पर शिकागो के शहीदों को श्रद्धांजलि दिया गया तथा खानपुर में गांव में जुलूस निकाल कर भी मनाया।
मजदूर दिवस के मौके पर जमानियां पार्टी कार्यालय पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भाकपा (माले) केन्द्रीय कमेटी सदस्य ईश्वरी प्रसाद कुशवाहा ने कहा कि 1886 में 8 घंटे काम की मांग को लेकर आन्दोलनरत मजदूरों पर ‘हे मार्केट शिकागो में गोली बर्षा कर अनेक लोगों को शहीद कर दिया गया। मजदूरों पर गोली चलने से उनके कपड़े रक्त में डूब गए और वहीं कपड़ा दुनिया में मजदूरों का लाल झंडा बना। इस दिन वे संगठित होकर अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करने का शपथ लेते है। मोदी सरकार में मजदूर पक्षीय कानूनों को समाप्त कर चार श्रम संहिताओं को लाद दिया गया है। मजदूरों के अन्य सामाजिक सुविधाएं लगातार बंद किया जा रहा है तथा संविधान और कानून के राज को धत्ता बताते हुए मजदूरों के काम के घंटे बढ़ा दिए गए। बेरोजगारी और दरिद्रीकरण और भुखमरी की स्थिति पैदा कर दी गई है। इसी क्रम में खानपुर में अखिल भारतीय खेत व ग्रामीण मजदूर सभा जिलाध्यक्ष नंदकिशोर बिंद ने सम्बोधित करते हुए कहा कि 84 करोड़ आबादी को मुफ्त राशन देने लिए सरकार को बाध्य होना पड़ रहा है। मोदी सरकार की कारपोरेट परस्त नीतियों के कारण संगठित क्षेत्र का सवा दो करोड़ रोजगार पांच साल में खत्म हो गया है। मजदूरों की एकता को तोड़ने के लिए जाति, धर्म, क्षेत्र, नस्ल, रंग और लिंग भेद के विभेद का प्रयोग तेजी से हो रहा है। उन्होंने कहा कि महामारी की आड़ लेकर सरकार सैकड़ों वर्षों में लाखों मजदूरों के कुर्बानी से हासिल अधिकारों को समाप्त कर मजदूरों के संगठित प्रतिरोध को कुचल देने आमादा है। भू-माफिया के नाम पर देश भर में सरकार का बुलडोजर गरीबों के घरबार पर चल रहा है। 1 मई से 31 मई तक एक महीने तक बुलडोजर राज के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा।
आज के इस कार्यक्रम को मुराली बनवासी, लालू बिंद, रामनगीना पासी, महेंद्र राम, कन्हैया बिंद, अविनाश कुमार, अखिलेश कुशवाहा, हरिहर, सुकरा देवी, दुर्गा, जीरा देवी, गुलाब सिंह आदि ने सम्बोधित किया।