मायावती का ऐलान बसपा लड़ेगी आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव, बीजेपी का हो सकता है फ़ायदा!

प्रखर आजमगढ़। पूर्व मुख्यमंत्री व बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने आगामी 23 जून को होने वाले लोकसभा उपचुनाव में आजमगढ़ में कैंडिडेट उतारने का फैसला किया है। मायावती के बयान के बाद बीजेपी वालों की तरफ से कयास लगाए जा रहे हैं कि अब तो बीजेपी का रास्ता साफ हो चुका है। हालांकि पार्टी रामपुर में उपचुनाव नहीं लड़ेगी. बसपा की प्रदेश इकाई की दो दिवसीय जिला एवं मंडल स्तरीय समीक्षा बैठकों के बाद पार्टी प्रमुख मायावती ने रविवार को कहा कि बसपा सीमित संसाधनों वाली पार्टी है, जिसका मुकाबला बड़े-बड़े पूंजीपतियों और धन्नासेठों के धनबल पर चलने वाली विरोधी पार्टियों के साम, दाम, दंड, भेद आदि हथकंडों से लगातार होता रहता है। इसलिए पार्टी और इसके जनाधार को नुमाइशी व शाहखर्ची वाली बैठकों से दूर रहकर छोटी-छोटी कैडर बैठकों के बलबूते मजबूत बनाना होगा। बयान के मुताबिक, बसपा की कैडर बैठक में उत्तर प्रदेश में आगामी 23 जून को होने वाले लोकसभा उपचुनाव में एक सीट पर कैंडिडेट उतारने का फैसला लिया गया है। इसमें कहा गया है कि बसपा आजमगढ़ संसदीय क्षेत्र में उपचुनाव लड़ेगी, लेकिन रामपुर लोकसभा सीट पर उम्मीदवार नहीं उतारेगी।
बसपा की तरफ से कहा गया है कि रामपुर क्षेत्र में पार्टी को अभी और मजबूत बनाने की जरूरत है। इसी वजह से वह उपचुनाव में कोई कैंडिडेट नहीं उतारेगी। हालांकि बसपा ने 2024 के लोकसभा चुनाव में रामपुर में उम्मीदवार उतारने की बात कही है।गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने मैनपुरी के करहल विधानसभा क्षेत्र से विधायक निर्वाचित होने के बाद आजमगढ़ के सांसद पद से इस्तीफा दे दिया है। वहीं, सपा के वरिष्ठ नेता आजम खान रामपुर से विधानसभा चुनाव जीतने के बाद रामपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद पद से इस्तीफा दे चुके हैं। इन नेताओं के इस्तीफे के बाद रिक्त हुई दोनों सीटों पर 23 जून को उपचुनाव के लिए मतदान निर्धारित है।