ग़ाज़ीपुर- धरना -प्रदर्शन कर राष्ट्रपति को संबोधित मांग पत्र तहसीलदार तथा एस.डी.एम. को सौंपा

प्रखर ब्यूरो ग़ाज़ीपुर। अखिल भारतीय किसान महासभा के कार्यकर्ताओं ने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत 6 जून 2022 मंदसौर कांड की बरसी पर आयोजित “राष्ट्रव्यापी एम.एस.पी. दिवस के माध्यम से जिला मुख्यालय स्थित कामरेड सरजू पान्डेय पार्क तथा सैदपुर तहसील मुख्यालय, सेवराई तहसील अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय सचिव ईश्वरी प्रसाद कुशवाहा के नेतृत्व में मोदी सरकार 9 नवम्बर 2021 को
संयुक्त किसान मोर्चा और आन्दोलकारी किसानों से किए गए लिखित समझौते को लागू करों, सभी बटाईदार किसानों को किसान का दर्जा दो और पहचान पत्र जारी करो. केंद्र सरकार देश के किसानों द्वारा उत्पादित हर फसल पर न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी का कानून बनाए। केंद्र सरकार देश में सभी जरूरतमंदों को जरूरत के अनुसार सस्ता राशन उपलब्ध कराने के लिए सार्वजनिक वितरण प्रणाली का विस्तार करे, देश के आदिवासियों, वन वासियों की जमीनों, जंगलों को कारपोरेट कम्पनियों के हवाले करने की कार्यवाहियों पर तत्काल रोक लगे, बिजली विभाग का निजीकरण बन्द हो, गांवों में स्मार्ट बिजली मीटर लगाने की प्रक्रिया पर रोक लगे, फसल बीमा के नाम पर निजी बीमा कंपनियों द्वारा किसानों से ठगी व भारी लूट पर रोक लगे, अनाज से शराब या इथिनाल बनाने, पशु चारे (भूसा- सूखी घास आदि) का ईंधन के रूप में इस्तेमाल पर कड़ाई से रोक लगे आदि सवालों को लेकर धरना -प्रदर्शन कर महामहिम राष्ट्रपति को संबोधित मांग पत्र सदर मे तहसीलदार सदर तथा सैदपुर सेवराई में एस .डी .एम. को सौंपा।
सेवराई तहसील मुख्यालय पर उपस्थित कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय सचिव ईश्वरी प्रसाद कुशवाहा ने कहा, कि मोदी सरकार ने संयुक्त किसान मोर्चा और दिल्ली बार्डर पर आन्दोलनकारी किसानों से किए गए लिखित समझौते से वादाखिलाफी कर रही है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार किसानों से किए गए समझौते को लागू करे नहीं तो किसान फिर से प्रतिरोध संघर्ष का झंडा बुलंद करने को बाध्य होंगे। उन्होंने कहा कि देश में सभी जरूरतमंदों को जरूरत के अनुसार सस्ता राशन उपलब्ध कराने के लिए सार्वजनिक वितरण प्रणाली का विस्तार करने की मांग के साथ, गांवों में स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया पर रोक लगाये,सभी बटाईदार किसानों को किसान का दर्जा और पहचान पत्र जारी करने का कानून बनाये।
धरना- प्रदर्शन को रामप्रवेश कुशवाहा, सदानंद, योगेन्द्र भारती, प्रमोद कुशवाहा, नंद किशोर बिंद जिलाध्यक्ष अखिल भारतीय खेत व ग्रामीण मजदूर सभा, रविन्द्र कश्यप, कन्हैया बिंद, महेंद्र राजभर, जवाहीर, डाक्टर कमलेश, मूलचंद प्रजापति, घुरभारी मास्टर, राजेन्द्र ने सम्बोधित किया।