ग़ाज़ीपुर- अग्निपथ स्कीम के खिलाफ किए जा रहे उग्र प्रदर्शन, कानून व्यवस्था व शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन की रही कड़ी चौकशी

प्रखर ब्यूरो मुहम्मदाबाद/गाजीपुर। स्थानीय कोतवाली पुलिस ने अग्निपथ स्कीम के खिलाफ किए जा रहे उग्र प्रदर्शन व कानून व्यवस्था व शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए कोतवाली क्षेत्र के कस्बा एवं ग्रामीण इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर काफी चौकशी दिखाई।
बताया जाता है कि सुबह से ही पुलिस काफी चौकस थी। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी सुबह लगभग 7 बजे यूसुफपुर स्टेशन पर पहुंचे। उप जिला अधिकारी आशुतोष कुमार श्रीवास्तव, क्षेत्राधिकारी रविंद्र कुमार वर्मा तथा कोतवाली प्रभारी अशोक कुमार मिश्रा 36 वी बटालियन रामनगर को साथ लेकर स्टेशन का चक्रमण किया। कमर्शियल स्टेशन मास्टर महेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि पुलिस के आने के पहले कुछ यात्रीगण ट्रेन लेट होने या देर से चलने के कारण शोगुण मचा रहे थे। वे काफी आक्रामक रूप से व्यवहार कर रहे थे। जिसके अंतर्गत पुलिस टीम रेलवे स्टेशन पर पहुंच गई। पुलिस टीम को देखते ही वे लोग शांत हो गए तथा उन्होंने कहा कि हमारे टिकट का पूरा रिफंड दिया जाए। इसी संबंध को लेकर वे शोरगुल मचा रहे थे। उस समय उपस्थित अधिकारियों ने यात्रियों को समझाया बुझाया और मामले को शांत किया। कमर्शियल स्टेशन मास्टर ने बताया कि काफी देर बाद लखनऊ- छपरा ट्रेन और सारनाथ एक्सप्रेस यूसुफपुर स्टेशन से गई। साथ ही पुलिस बल ने यात्रियों को चेतावनी दी कि किसी तरह का घटना होता है तो दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। दूसरी ओर बसों का आवागमन बंद था । टोटो और ऑटो ही क्षेत्र में चल रहे थे। सुबह लगभग 8:30 बजे तिवारीपुर तिराहे पर पुलिस बल पूर्ण रूप से तैनात थी तथा शांति व्यवस्था को देखते हुए पुलिस बल ने कई बसों को वापस कर दिया। कोतवाली प्रभारी अशोक कुमार मिश्रा ने बताया कि नगर क्षेत्र व ग्रामीण क्षेत्र में जुमे की नमाज शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हुई ।इस संदर्भ में पुलिस बल काफी सक्रिय थी। नगर एवं ग्रामीण क्षेत्र के सभी मस्जिदों पर पुलिस बल और पीएसी के जवान मुस्तैद थे। सेना के भर्ती के लिए लगाई गई अग्निपथ की स्कीम के विरोध में क्षेत्र में कोई प्रदर्शन नहीं हुआ। पुलिस का चक्रमण जारी था और पुलिस स्थानीय पुलिस बल के साथ 36वीं रामनगर की बटालियन के साथ नगर में चक्रमण करती रही ।बताते चलें कि इस संदर्भ में कल ही शाम लगभग 4 बजे तहसील भवन में एक पीस कमेटी की बैठक बुलाई गई थी। जिसमें नगर पालिका अध्यक्ष एवं गणमान्य नागरिक एवं सभी धर्मगुरु उपस्थित थे। जिनसे प्रशासन ने ऐसी स्थिति में सभी को एक साथ मिलकर आक्रमणकारियों के विरुद्ध कार्यवाही करने के लिए अपनी बात कही।